PM Modi Foreign Visit
PM Modi foreign visit के दौरान आज ब्रूनेई और सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं। ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। प्रधानमंत्री की ब्रुनेई यात्रा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 40 वर्ष पूरे होने का भी प्रतीक होगी। वे सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर ब्रुनेई जा रहे हैं। ब्रुनेई भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और हिंद-प्रशांत के उसके दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण साझेदार है
देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध 10 मई 1984 को स्थापित किए गए थे। सुल्तान हसनल बोल्कियाह ने सितंबर 1992 में भारत की राजकीय यात्रा की ,ब्रुनेई में तेल की खोज के बाद से कई भारतीयों ने ब्रुनेई में तेल और कृषि सेवा क्षेत्रों में काम करने के लिए पलायन किया। स्थानीय सरकार के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार 2013 तक, ब्रुनेई में लगभग 10,000 भारतीय रह रहे है. प्रधानमंत्री मोदी वहां रह रहे भारतीयों से भी मुलाकात करेंगे।
भारत और ब्रुनेई के बीच कारोबार
ब्रुनेई को भारतीय निर्यात $ 34.55 मिलियन से बढ़कर $ 36.77 मिलियन हो गया, और भारत में ब्रुनेई से आयात $ 674 मिलियन से बढ़कर $ 1266 मिलियन हो गया, जो मुख्य रूप से भारतीय रासायनिक कंपनियों द्वारा पेट्रोलियम ऑफ टेक में वृद्धि के कारण था।
भारत ,ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन आयात कर रहा है और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पीएम मोदी के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
प्राकृतिक गैस की जरूरतें पूरी करने के लिए इस निवेश को और बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी, हेल्थ पर भी आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश पर भी चर्चा होगी। भारत, म्यांमार की स्थिति पर चर्चा करेगा इसके साथ साथ भारत, ब्रुनेई के साथ सेमीकंडक्टर क्षेत्र में विस्तार पर भी चर्चा करेगा।
4 और 5 सितंबर को पीएम मोदी का सिंगापुर दौरा
ब्रुनेई दौरा पूरा करने के बाद, प्रधानमंत्री मंत्री मोदी 4 और 5 सितंबर को सिंगापुर का दौरा करेंगे। इस दौरान वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। PM मोदी करीब 6 साल बाद सिंगापुर का दौरा कर रहे हैं। सिंगापुर के साथ यह हमारी रणनीतिक साझेदारी का दसवां वर्ष भी होगा।सिंगापुर भारत का छठा सबसे बड़ा तथा आसियान देशों में सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
भारत और सिंगापुर के व्यापारिक सम्बन्ध
भारत और सिंगापुर के बीच व्यापारिक संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान दोनों देशों के दरम्यान द्विपक्षीय कारोबार में 18.2 प्रतिशत का इजाफा इस अवधि में दोनों देशों के बीच कुल 35.6 अरब डॉलर का कारोबार हुआ
इस दौरान भारत के कुल व्यापार में सिंगापुर की हिस्सेदारी 3.1 प्रतिशत रही है।सिंगापुर से भारत का आयात 23.6 अरब डॉलर रहा है और इसमें 24.4 प्रतिशत की वृद्धि रही है। भारत से सिंगापुर को निर्यात बढ़कर 12 अरब डॉलर रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 7.6 अरब डॉलर था। 2022-23 के दौरान भारत को सिंगापुर से 17.2 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मिला है।