नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता को गिरफ्तार किया.
जांच एजेंसी की टीम द्वारा उनके हैदराबाद स्थित आवास पर तलाशी लेने के कुछ घंटों बाद बीआरएस नेता को गिरफ्तार कर लिया गया. बता दें, कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद कविता को आगे की जांच के लिए दिल्ली लाया जाएगा.
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी कविता इस साल जांच एजेंसी द्वारा जारी किए गए कम से कम दो समन में शामिल नहीं हुई. 45 वर्षीय बीआरएस नेता सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए 16 जनवरी को मामले में नए दौर की पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए, जिसमें कहा गया था कि जांच एजेंसी इस मामले में कविता को नहीं बुला सकती है.
हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि बीआरएस नेता को पिछले साल शीर्ष अदालत से अस्थायी राहत मिली थी और यह अब मान्य नहीं है. इससे पहले, कविता से मामले के संबंध में पिछले साल तीन बार पूछताछ की गई थी और जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान भी दर्ज किया था.
बीआरएस एमएलसी ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और इसके बजाय भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तेलंगाना में ‘पिछले दरवाजे’ से प्रवेश पाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया है.
अब ख़त्म हो चुके दिल्ली शराब नीति मामले के आरोपियों में से एक अमित अरोड़ा ने पूछताछ के दौरान के कविता का नाम लिया था. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि साउथ ग्रुप नामक एक शराब लॉबी थी, जिसने एक अन्य आरोपी विजय नायर के माध्यम से आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं को 100 करोड़ रुपये तक का भुगतान किया था.
प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी आरोप लगाया है कि साउथ ग्रुप का हैंडलर के कविता का व्यापारिक सहयोगी है. जांच एजेंसी ने इसी मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी कई समन जारी किए हैं. हालाँकि केजरीवाल ने अपने खिलाफ जारी सभी आठ सम्मनों को नजरअंदाज कर दिया था.