कांग्रेस ने बीजेपी के बैंक खातों को फ्रीज करने, चुनावी बांड की जांच की करी मांग

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नई दिल्ली: कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को चुनावी बांड योजना की जांच की मांग की और कहा कि जांच पूरी होने तक भाजपा के बैंक खाते फ्रीज कर दिए जाने चाहिए.

उन्होंने यह खुलासा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की आलोचना की कि चुनावी बांड योजना के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देने वाली कई कंपनियों की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग द्वारा जांच की गई थी. इतनी सारी कंपनियों ने ईडी, आईटी और सीबीआई छापों के बाद ही दान क्यों दिया है? खड़गे ने पूछा, ऐसी कंपनियों पर दबाव किसने डाला?

अब समाप्त हो चुकी चुनावी बांड योजना के माध्यम से पार्टियों को दान देने वाली शीर्ष 30 कंपनियों में से 15 से अधिक की जांच एजेंसियों द्वारा की गई थी. केंद्रीय एजेंसियों द्वारा जिन संस्थाओं की जांच की गई उनमें फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, हल्दिया एनर्जी लिमिटेड, वेदांता लिमिटेड, यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स लिमिटेड, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, चेन्नई ग्रीनवुड्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड, आईएफबी एग्रो लिमिटेड, एनसीसी लिमिटेड, डिवि एस लेबोरेटरी लिमिटेड, यूनाइटेड फॉस्फोरस इंडिया लिमिटेड और अरबिंदो फार्मा. कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि जिन लोगों को ईडी और आईटी छापे का सामना करना पड़ा, वे भाजपा में चले गए और उन्हें वहां (पार्टी में) पद मिले. पीटीआई समाचार एजेंसी ने उनके हवाले से कहा, वे बीजेपी में तुरंत ‘पापशुदा’ हो गए हैं.

हालांकि, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जांच एजेंसी की छापेमारी और चुनावी बांड खरीदने वाली कंपनियों के बीच संबंध “धारणाओं” पर आधारित था. मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि भारतीय स्टेट बैंक द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि भाजपा को चुनावी बांड योजना के माध्यम से लगभग 50 प्रतिशत दान मिला, जबकि कांग्रेस को केवल 11 प्रतिशत मिला.

कांग्रेस प्रमुख ने एक्स पर लिखा, “पीएम मोदी कहते हैं ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ लेकिन ऐसा लगता है कि उनका मतलब केवल ‘सिर्फ बीजेपी को खिलाऊंगा’ था. भारतीय चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर जारी आंकड़ों से पता चलता है कि भाजपा ने चुनावी बांड योजना के माध्यम से पांच वर्षों में 6,060 करोड़ रुपये भुनाए.

मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि यह “चिंताजनक” है कि भाजपा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है जबकि कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि करीब 300 करोड़ रुपये फंसे हुए हैं और पूछा कि पार्टी चुनाव का सामना कैसे करेगी? यदि विपक्षी दल का खाता बंद कर दिया गया है, तो वे चुनाव कैसे लड़ेंगे? समान खेल का मैदान कहां है? खड़गे ने पूछा ये सवाल

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