बांग्लादेश में रिजर्वेशन को लेकर हो रहे प्रदर्शन के दौरान बहुत से लोगों ने अपनी जान गवा दी. जिस पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा अहम कदम उठाने की बात सामने आ रही है. रिजर्वेशन को लेकर हुई हिंसा पर शेख हसीना द्वारा उठाए गए कदम पर बयान देते हुए अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर ने सरकार अपनी जिम्मेदारी को पूरा करेगी कहा.
प्रदर्शन के दौरान करने वाले लोगों के परिवार की जिम्मेदारी उठाएंगी शेख हसीना
बांग्लादेश में रिजर्वेशन को लेकर बहुत ही व्यापक हिंसा देखने को मिली. इस हिंसा के बाद अब धीरे-धीर बांग्लादेश के हालात पहले की तरह सामान्य होते दिखाई दे रहे हैं. इसी बांग्लादेश में प्रधानमंत्री का अहम पद संभाल रहे शेख हसीना ने एक कदम उठाया है. शेख हसीना ने रिजर्वेशन को लेकर हो रहे प्रदर्शन में बढ़ाने वाले लोगों के परिजनों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया है. यह जानकारी सत्ता की सरकार अवामी लीग के एक वरिष्ठ पदाधिकारी द्वारा दी गई है. इसके अलावा जांच करने के लिए एक समिति बनाए जाने और हर अपराधी को सजा दिलाने की बात भी आवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर द्वारा एक बैठक को संबोधित करते हुए कही गई है.
शहीदों के परिजनों को मिलने वाले रिजर्वेशन के कारण हुआ प्रदर्शन
दरअसल यह प्रदर्शन ज्यादातर छात्रों द्वारा सरकारी नौकरी में रिजर्वेशन को लेकर किया गया था. बांग्लादेश की राजधानी ढाका और कुछ दूसरे शहरों के यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा बांग्लादेश में 1971 में हुए “मुक्ति संग्राम” में लड़ने वाले लोगों के परिजनों और रिश्तेदारों को हर क्षेत्र की नौकरियों में मिलने वाले रिजर्वेशन के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. यह प्रदर्शन बढ़ते बढ़ते इतना भयानक हो गया कि इसमें बहुत से लोगों ने अपनी जान गवा दी. इस प्रदर्शन के दौरान लगभग 184 लोगों के मरने की खबर सामने आई थी जिसमें छात्र भी शामिल है.
वही फिलहाल सत्ता में रह रही आवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर द्वारा रिजर्वेशन के लिए हुए भयानक प्रदर्शन के दौरान जान गवाने वाले लोगों के परिवार की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा उठाए जाने की जानकारी दी गई है. साथ ही उन्होंने आवामी लीग के घायल और मृतकों के परिवार के साथ खड़े होने की बात कहते हुए विपक्ष पर तंज भी कसा है.
कर्फ्यू में मिली 7 घंटे की राहत
बांग्लादेश में हालात फिर से धीरे-धीरे पहले की तरह सामान्य होते दिखाई दे रहे हैं. लेकिन हिंसा के बाद से इंटरनेट के इस्तेमाल और कार्यालय के समय को बहुत ही सीमित कर दिया है अभी तक बांग्लादेश में बहुत से ऐसे क्षेत्र है जहां अभी तक इंटरनेट की सुविधा को शुरू नहीं किया है. हिंसा के पास लगाए गए कर्फ्यू को भी 7 घंटे के लिए खोलने की खबर सामने आई है. इतने लंबे समय बाद कुछ समय के लिए बांग्लादेश के कार्यालयों और बैंकों को भी खोला गया.