दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है. सुप्रीम कोर्ट में शराब नीति घोटाले से जुड़े सीबीआई केस में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है. इससे पहले 14 अगस्त को हुई सुनवाई में कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया था और सीबीआई को 23 अगस्त तक अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था.
आम आदमी पार्टी का नया कैंपेन
आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई को लेकर एक नया कैंपेन शुरू किया है. इस कैंपेन में पार्टी ने नारा दिया है, “मनीष सिसोदिया आ गए, केजरीवाल आएंगे.” पार्टी का कहना है कि तानाशाही के खिलाफ केजरीवाल जेल की दीवारें तोड़कर बाहर आएंगे, जैसे मनीष सिसोदिया रिहा हुए थे.
केजरीवाल की गिरफ्तारी और सुनवाई
अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. लोकसभा चुनाव के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 जून तक जमानत दी थी, लेकिन 2 जून को उन्हें सरेंडर करना पड़ा. शराब नीति घोटाले में सीबीआई द्वारा केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं, जिसके चलते वे फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं.
सीबीआई और ईडी की जांच
केजरीवाल के खिलाफ शराब नीति घोटाले में सीबीआई और ईडी दोनों एजेंसियों द्वारा जांच की जा रही है. ईडी के मामले में केजरीवाल को पहले ही जमानत मिल चुकी है, जबकि सीबीआई केस में उनकी जमानत की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है. 26 जून को सीबीआई ने केजरीवाल को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया था.
सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका पर बहस
केजरीवाल की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए. उन्होंने तर्क दिया कि केजरीवाल को पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जमानत मिल चुकी है, फिर सीबीआई के मामले में उन्हें जमानत क्यों नहीं दी जा रही है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और ट्रायल कोर्ट द्वारा दी गई जमानत का भी हवाला दिया और कहा कि केजरीवाल को स्वास्थ्य समस्याएं हैं, इसलिए उन्हें अंतरिम जमानत दी जानी चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट का रुख
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां की बेंच ने इस मामले की सुनवाई की। कोर्ट ने सीबीआई को नोटिस जारी करते हुए कहा कि वे अपना जवाब दाखिल करें. कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि अंतरिम जमानत का कोई प्रावधान नहीं है और अगली सुनवाई 23 अगस्त को होगी.
आगे की रणनीति
अब सभी की निगाहें 23 अगस्त की सुनवाई पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलेगी या उन्हें जेल में ही रहना पड़ेगा. आम आदमी पार्टी का कैंपेन और पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह इस मामले में क्या रंग लाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा.
निष्कर्ष
अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चल रहे इस केस में आज का दिन निर्णायक हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि केजरीवाल को जेल से बाहर आने का मौका मिलेगा या नहीं. पार्टी के कैंपेन के साथ-साथ कोर्ट में पेश की गई दलीलों पर ही उनकी रिहाई निर्भर करेगी.