गंगा माता के धरती पर अवतरण का दिन गंगा दशमी 30 मई को मनाई जाएगी। इस अवसर पर गंगा स्नान, दान और पूजन से तीन दैहिक, चार वाचिक और तीन मानसिक पापों से मुक्ति मिलेगी। इस बार गंगा दशमी हस्त नक्षत्र में मंगलकारी सिद्धि और रवि योग में मनाई जाएगी।
गंगा दशहरा की तिथि
गंगा दशहरा यानी जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की का शुभारंभ 29 मई 2023 को सुबह 11:49 से हो गया है. जिसका समापन आज यानी 30 मई दोपहर 1:07 पर हो रहा है. उदया तिथि के अनुसार 30 मई को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है।
शुभ मुहूर्त
30 मई को गंगा दशहरा सुबह 4:29 से हस्त नक्षत्र में आरंभ हो रहा है. जिसका 31 मई सुबह 6:00 बजे हस्त नक्षत्र में समापन होगा।
व्यतीपात योग की शुरुआत 30 मई 2023 को रात 8:55 पर होगी जो 31 मई रात 8:15 पर समाप्त होगा।
धार्मिक मान्यता के अनुसार हस्त नक्षत्र में पूजा करना लाभकारी और शुभ माना जाता है।
गंगा दशहरा के दिन स्नान और दान का मुहूर्त सुबह 4:03 से 5:00 बजे तक है।
इन चीज़ो का करे दान।
मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन जिस भी चीज का दान किया जाता है उसकी संख्या 10 होनी चाहिए। साथ ही जिस वस्तु से पूजन करें उनकी संख्या भी 10 होनी चाहिए। ऐसा करने से देवी-देवताओं की असीम कृपा होती है। गंगा दशहरा के दिन पानी के 10 पात्रों या मटकों, अन्न के 10 पैकेट, 10 फल, 10 वस्त्र, 10 लोगों को घी या पूजन सामग्री, शक्कर का दान करना अत्यंत शुभ और लाभकारी माना गया है।