Israel-Hamas War: आपको बतादें, कि 7 अक्टूबर से चल रही इजरायल और हमास की इस जंग में सबसे ज्यादा प्रभावित गाजा के लोगों हुए है. आकड़े बतातें है, कि अभी तक तकरीबन 19 हजार फलस्तीनियों ने अपनी जानें गवा दी है. जिसमें 5 हजार से भी ज्यादा बच्चे शामिल थे. हाल ही में गाजा के अंदर सुरक्षा का पूरा जिम्मा इजरायली सेना के हाथों में सौपा गया है. जहां पर अभी भी लगातार मौतों की खबर सामने आ रही है. आपको बतादें, कि गाजा के अंदर मौजुदा हालात अब बद से भी बत्तर हो चुके है. जहां पर लोगों को दूसरे देशों में पनाह लेने की मजबूर होना पड़ गया है. इसके साथ ही वहां पर मौजुद जिंदा लोगों को दो वक्त का खाना भी अब उपलब्ध नही हो पा रहा है. गंदा पानी पी कर के इस समय के गाजा के लोग अपना जीवन बिता रहे है. अब ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गाजा के हालात सुधारने की मांग इजरायल से की गई है. जहां पर दुनिया भर के देशों ने इजरायल के सामने ये मांग रखी है, कि इजरायल गाजा के हालातों को सुधारे और लोगों को सुरक्षा प्रदान करें. ऐसे में अमेरिका भी गाजा के अंदा हालात सुधारने की मांग के लिए आगे आया है. जहां पर अमेरिका की तरफ से ये कहा गया है, कि गाजा के अंदर जरूरी सुविधांए जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जानी चाहिए.
आपको बतादें, कि अमेरिका के रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री लायड ऑस्टिन और जेक सुलिवन इजरायल में जाकर के इजरायल से गाजा के अंदर हालात सुधारने के लिए बीते सप्ताह में चर्चा कर चुके है. जहां पर अभी भी गाजा के अंदर इजरायली सेना लगातार हमले किए जा रही है. आम लोगों को जीवन गाजा के अंदर नरक से भी बदत्तर जीवन भोग रहा है.
उत्तर गाजा के जबालिया शराणार्थी शिविर पर हुआ बड़ा हमला
हाल ही में भी उत्ती गाजा में बने जबालिया शिविर पर एक बड़ा हमला इजरायली सेना की तरफ से किया गया था. जिसमें कई लोगों के मरने की सुचना हासिल हुई है. इसके साथ् ही बताया जा रहा है, कि इस हमले के दौरान तकरीबन 100 से भी ज्यादा लोग बुरी तरह से घायल हुए है. वहीं आपको बतादें, कि इस युद्ध पर विराम लगाए जानें के लिए दुनिया भर से देश सामने आ रहे है. इसके साथ ही जब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री जेक सुलिवन इजरायल पहुंचे उसी समय से तीनों युरोपिय प्रमुख देशों ने भी इस भीषण युद्ध पर विराम देने का विचार इजरायल के सामने रख दिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इस बात पर चर्चा जारी है, कि जल्द से जल्द से गाजा के अंदर सभी राहत सामग्री को पहुंचाया जाना अब बेहद जरूरी है.