यमन में किसी व्यक्ति की हत्या के मामले में भारतीय नर्स को कोर्ट द्वारा फांसी की सजा सुनाई गई है. इस मामले की जानकारी देते हुए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह द्वारा लोकसभा में यमन के राष्ट्रपति के पास इस मामले की लंबित होने की सूचना दी. आरोपी महिला को राजनयिक पहुंच भी उपलब्ध कराई जाने की खबर मिली है.
राष्ट्रपति ने दया याचिका पर अभी तक नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
यमन में एक भारतीय महिला को कोर्ट द्वारा फांसी की सजा दी गई है. इस मुद्दे को कल लोकसभा में उठाया गया था. दरअसल महिला पर एक व्यक्ति की मौत का आरोप है जिसके चलते यमन के उच्चतम न्यायालय ने भारतीय महिला को फांसी की सजा सुनाई है लेकिन यमन के राष्ट्रपति से महिला द्वारा दया याचिका मांगी गई है हालांकि अभी तक वहां के राष्ट्रपति की तरफ से महिला को कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. इस मामले की जानकारी शुक्रवार को लोकसभा में सरकार द्वारा दी गई.
महिला की सहायता के लिए हर संभव प्रयास कर रही भारत सरकार
महिला का नाम निमिषाप्रिया है और वह पेशे से नर्स है. भारत सरकार द्वारा महिला की सहायता के लिए हर संभव प्रयास करने की जानकारी भी विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह द्वारा दी गई है. महिला की सहायता के लिए भारत सरकार द्वारा 12वीं के लिए वकील और राजनीतिक पहुंच उपलब्ध कराने का प्रयास की किया जा रहा है.
ब्लड मनी को बताया महिला और मृतक के परिवार का आपसी मामला
निमिषाप्रिया मामले पर कुछ नागरिक समाज प्रतिवेदन प्राप्त होने की जानकारी भी विदेश राज्य मंत्री द्वारा दी गई है. सरकार द्वारा निमिषाप्रिया की रिहाई को लेकर सरकार से ब्लड मनी भुगतान पर भी प्रश्न पूछे गए हैं( जानकारी के लिए बता दे की ब्लड मनी का अर्थ किसी व्यक्ति या उसके परिवार की तरफ से मारे गए व्यक्ति के परिजनों को दिए जाने वाले पैसे होते हैं). इस सवाल पर विदेश राज्य मंत्री द्वारा इस मामले को महिला और मृतक के परिवारों का आपसी मामला बता दिया गया है. दरअसल मृतक के परिजन बहुत बार आपसी समझौता करके आरोपी के परिवार से मुंह मांगी रकम लेकर मामले को वापस ले लेते हैं.