Indian Oil ने हाई-स्पीड कार रेसिंग फ्यूल STORM-X का प्रोडक्शन किया शुरू
भारत की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), ने हाल ही में हाई-स्पीड कार रेसिंग फ्यूल STORM-X का उत्पादन शुरू किया है. यह भारत में पहली बार है कि कोई कंपनी इस तरह के विशेष फ्यूल का उत्पादन कर रही है. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को एक नई दिशा मिलेगी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी.

रेसिंग कार के लिए हो रहा है डिजाइल ये STORM-X फ्यूल
STORM-X फ्यूल विशेष रूप से हाई-स्पीड रेसिंग कारों के लिए डिजाइन किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य रेसिंग कारों की परफॉरमेंस को बेहतर बनाना है. यह फ्यूल उच्च ऑक्टेन स्तर का है, जो इंजन की शक्ति और प्रदर्शन को अधिकतम करता है. इसके अलावा, यह पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि इसमें हानिकारक उत्सर्जन को कम करने की क्षमता है.
Indian Oil के चेयरमैन ने दिया बयान
इंडियन ऑयल के चेयरमैन, श्रीकांत माधव वैद्य ने इस अवसर पर कहा, “हमारे लिए यह एक गर्व का क्षण है कि हम देश की पहली कंपनी बन गए हैं जिसने हाई-स्पीड कार रेसिंग फ्यूल का उत्पादन शुरू किया है. STORM-X फ्यूल भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा और अंतरराष्ट्रीय मंच पर हमारे देश का नाम रोशन करेगा.”
अत्याधुनिक रिफाइनरी में शुरू हो चुका है उत्पादन
STORM-X का उत्पादन इंडियन ऑयल की अत्याधुनिक रिफाइनरी में किया जा रहा है. यह फ्यूल अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बनाया गया है और इसे विभिन्न परीक्षणों के बाद लॉन्च किया गया है. इंडियन ऑयल का मानना है कि यह फ्यूल देश की रेसिंग इंडस्ट्री के लिए गेम-चेंजर साबित होगा और युवा रेसर्स को नए अवसर प्रदान करेगा.

इस फ्यूल की लॉन्चिंग से न केवल इंडियन ऑयल को बल्कि पूरे देश को लाभ होगा. यह फ्यूल भारतीय रेसिंग इवेंट्स में उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा और देश में मोटरस्पोर्ट्स के विकास में सहायक होगा. इंडियन ऑयल की यह पहल अन्य कंपनियों को भी प्रेरित करेगी कि वे भी इस क्षेत्र में निवेश करें और देश को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दें. इस प्रकार, इंडियन ऑयल द्वारा STORM-X फ्यूल का उत्पादन शुरू करना न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है बल्कि यह देश की आर्थिक और औद्योगिक प्रगति का भी प्रतीक है. यह फ्यूल भारतीय मोटरस्पोर्ट्स की दिशा में एक बड़ा कदम है और इससे देश की वैश्विक पहचान और भी मजबूत होगी.