ग्वालियर। Bharat Jodo Nyay Yatra in MP : राहुल गांधी की न्याय यात्रा आज मध्य प्रदेश पहुंच चुकी है। इससे पहले नवंबर 2022 में राहुल भारत जोड़ो यात्रा लेकर मध्य प्रदेश पहुंचे थे, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि MP में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बीजेपी 230 में 163 सीटें जीत गई, जबकि महज 66 सीटों पर सिमट कर रह गई कांग्रेस अब सुस्त है।
इस बार राहुल की न्याय यात्रा सिंधिया के गढ़ ग्वालियर-चंबल से न सिर्फ मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही है, बल्कि राहुल अपने पुराने दोस्त सिंधिया के गढ़ में यात्रा का 80 फीसदी से ज्यादा समय बिताएंगे।
15% पैदल चलकर यात्रा करेंगे राहुल
राहुल गांधी न्याय यात्रा के 5 में से 4 दिन सिर्फ सिंधिया के गढ़ में बिताएंगे। इस बार यात्रा में सिर्फ चुनिंदा नेता शामिल है। पिछली बार की यात्रा में भारत जोड़ो यात्री शामिल थे।
राहुल 15% पैदल चलकर यात्रा करेंगे, बाकी यात्रा बस से करेंगे। इसके साथ ही वे युवा, महिलाएं और आदिवासियों से संवाद करेंगे। इसके अलावा वे मुख्यधारा की मीडिया से दूरी बनाकर भी चल रहे हैं। ठहरने के लिए किसी का घर या होटल नहीं, कैंप बनाए जाएंगे।
ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस के लिए संभावनाएं
राजनीतिक विशेषज्ञ कहते हैं कि ग्वालियर-चंबल में राहुल की न्याय यात्रा के ठहराव से पहले हमें ये जानने की जरूरत होगी की आखिर राहुल ने ग्वालियर-चंबल को ही क्यों चुना?, जबकि कांग्रेस यहां की 66 सीटों में से मात्र 16 सीटों पर ही चुनाव जीती है। कांग्रेस यहां माहौल बनाकर फायदा ले सकती है। क्योंकि ग्वालियर की आठ सीटों में से चार पर कांग्रेस और 4 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। कुछ इसी तरह मुरैना में भी कांग्रेस और बीजेपी का हाल है।
2014 में 2 और 2019 में सिर्फ 1 सीट पर जीती कांग्रेस
प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से मात्र 1सीट छिंदवाड़ा कांग्रेस के पाले में हैं। अगर विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को मिली 66 सीटों के हिसाब से देखा जाए, तो कांग्रेस अभी भी लोकसभा की 6 से 7 सीटों पर मजबूत है, लेकिन कांग्रेस को पिछले 2 लोकसभा चुनाव में 2014 में 2 और 2019 में सिर्फ 1 सीट मिली। ऐसे में अग राहुल को ऐसा कुछ करना होगा कि MP में कम से कम 4 से 5 लोकसभा की सीटों पर कांग्रेस की जीत सके।