इस हफ्ते शेयर बाजार में केवल चार दिन कारोबार होगा, क्योंकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर बाजार बंद रहेगा. नए कारोबारी हफ्ते की शुरुआत 30 सितंबर से होगी, और निवेशकों के लिए यह जानना जरूरी है कि इस हफ्ते बाजार को कौन से प्रमुख फैक्टर्स प्रभावित करेंगे. पिछले हफ्ते बाजार में जबरदस्त रैली देखने को मिली थी, और निवेशक अब जानना चाहते हैं कि इस हफ्ते बाजार की दिशा क्या रहेगी.
पिछले हफ्ते की स्थिति
पिछले हफ्ते शेयर बाजार ने रिकॉर्ड ऊंचाइयां छुईं. सेंसेक्स ने शुक्रवार को 85,978.25 अंक का ऑल-टाइम हाई दर्ज किया, जबकि निफ्टी ने 26,277.35 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ. बाजार में इस तेजी का मुख्य कारण विदेशी निवेशकों का निरंतर निवेश और घरेलू सकारात्मक माहौल रहा. विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रंटलाइन शेयरों की बढ़त की वजह से बाजार की यह तेजी इस हफ्ते भी जारी रह सकती है.
ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी निवेश
शेयर बाजार की चाल पर ग्लोबल ट्रेंड्स का भी गहरा असर रहता है. इस हफ्ते, विदेशी निवेशकों के आउटफ्लो और इनफ्लो का बाजार पर प्रभाव देखने को मिलेगा। सितंबर में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का निवेश अब तक सबसे ज्यादा रहा है, जो बाजार को स्थिर बनाए रखने में मदद कर रहा है. हालांकि, विदेशी निवेश में कोई बड़ा बदलाव बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकता है.
महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े और कॉमोडिटी प्राइस
इस हफ्ते के कारोबारी सत्र में निवेशकों की नजर कॉमोडिटी प्राइस, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स, और भारत के मैक्रोइकोनॉमिक डेटा पर रहेगी. इसके अलावा, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के पीएमआई (Purchasing Managers’ Index) डेटा का भी बाजार पर असर होगा. यदि इन क्षेत्रों में सकारात्मक डेटा आता है, तो बाजार में तेजी का दौर जारी रह सकता है.
तिमाही नतीजे और ऑटोमोबाइल सेल्स
अक्टूबर में कंपनियों द्वारा जारी होने वाले तिमाही नतीजों का बाजार पर गहरा असर होगा. खासतौर पर ऑटोमोबाइल कंपनियों की सेल्स रिपोर्ट इस हफ्ते महत्वपूर्ण रहेगी. शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि अगर तिमाही नतीजे सकारात्मक आते हैं, तो संबंधित कंपनियों के शेयरों में उछाल देखने को मिल सकता है. निवेशकों को इस दौरान कंपनियों के शेयर्स पर फोकस बनाए रखना होगा.
विशेषज्ञों की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, “ऑटोमोबाइल कंपनियों की सेल्स रिपोर्ट और तिमाही नतीजों का असर बाजार पर दिखाई देगा. साथ ही, विदेशी निवेश और पीएमआई डेटा भी बाजार की दिशा तय करेगा.” वहीं, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के वेल्थ मैनेजमेंट प्रमुख सिद्धार्थ खेमका का मानना है कि फ्रंटलाइन शेयरों की वजह से बाजार की तेजी इस हफ्ते भी जारी रह सकती है.
निष्कर्ष
इस हफ्ते शेयर बाजार में केवल चार दिन का कारोबार होगा, लेकिन ये चार दिन निवेशकों के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. ग्लोबल ट्रेंड्स, विदेशी निवेश, मैक्रोइकोनॉमिक डेटा, और तिमाही नतीजे बाजार की दिशा तय करेंगे. निवेशकों को इस दौरान सतर्क रहकर अपने निवेश पर ध्यान देना होगा, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.