एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर के गाने ने गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड जीतकर भारतीय सिनेमा का सिर गर्व से ऊंचा किया है। पर 4 मिनट 34 सेकंड का गाना बनाने में निर्देशक, कंपोज़र से लेकर लिरिस्ट, कोरियोग्राफ और गायक तक, सभी को कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
गाने को अवॉर्ड मिलने की खुशी कंपोजर एमएम कीरावानी के चेहरे पर साफ दिखाई दी. स्पीच देते हुए उनकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए, आखिर उन्होंने इस गाने को बनाने में जो मेहनत की थी, वो पूरी तरह से रंग लाई है।
कैसे आया नाटू-नाटू शब्द।
गीतकार चंद्रबोस कार से आरआरआर के ऑफिस जा रहे थे. गाड़ी चलाते वक्त उनके दिमाग में नाटू-नाटू शब्द आया. दो दिन में चंद्रबोस ने गाने के तीन मुखड़े बनाए और संगीतकार कीरावनी से मिले. उन्होंने आखिर में पसंदीदा छंद सुनाया. कीरावनी को ये पसंद आया और उन्होंने गाने पर अपनी सहमति दे दी. जूनियर एनटीआर का किरदार कोमरम भीम तेलंगाना के थे. वहीं, अल्लूरी सीताराम राजू आंध्र प्रदेश के थे. ऐसे में गाने में 1920 दशक के दोनों इलाकों की भाषा का इस्तेमाल किया है।
यह गाना शूट करने के लिए 14 टेक लिए।
एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर का यह गाना बेहद पॉपुलर हुआ था. इस गाने के स्टेप भी काफी मुश्किल हैं. इसे भारत में नहीं बल्कि यूक्रेन में किया गया है. एनटी रामा राव ने गाने की शूटिंग की कहानी भी साझा की थी. फिल्म रिलीज के बाद हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामा राव ने बताया, ‘इस गाने के स्टेप करने में मुझे कोई खास परेशानी नहीं हुई. लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत थी कि मेरे और रामचरण के स्टेप एक साथ शूट होने थे.
इसमें हमें काफी परेशानी हुई. हमने गाने को शूट करने के लिए 14 टेक लिए. तब जाकर हमारे स्टेप मैच हो पाए. यूक्रेन में रात में भी सूरज चमकता है. हमने दिन भर धूप में गाने की शूटिंग की. सुबह से लेकर रात तक भरी धूप में हमने गाने को फिल्माया था. पहले ये गाना भारत में शूट होने वाला था. लेकिन कोरोना महामारी के कारण हमें गाने को यूक्रेन में शूट करना पड़ा.’
फिल्म ने ग्लोबली 1200 करोड़ रुपये का व्यापार किया
नाटू नाटू गाने को ऑरिजनली तमिल भाषा में कंपोज किया गया था. इस गाने में जादू पिरोने वाले मशहूर म्यूजिक एमएम कीरावानी की भी तारीफ हो रही है. इस गाने को राहुल सिप्लीगुंज और काला भैरव ने बोल दिए हैं. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल मचाया था. फिल्म रिलीज होते ही सुपरहिट हो गई थी. आरआरआर फिल्म ने ग्लोबली 1200 करोड़ रुपये का व्यापार किया था. दो दशकों बाद भारत की कोई पहली फिल्म है जो गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में चुनी गई है।
20 दिनों तक यूक्रेन के प्रेसिडेंट पैलेस के बैक्ग्राउंड में हुई शूटिंग।
ऑस्कर विनिंग सॉन्ग नाटु नाटु का सिर्फ हुक स्टेप बनाने के लिए इसके कोरियोग्राफ प्रेम रक्षित को 110 मूव्स तैयार करने पड़े थे. नाटु नाटु के सिग्नेचर स्टेप के लिए 18 टेक लिए गए, लेकिन फाइनली सेकंड टेक ही गाने में रखा गया था. इसके लिए प्रेम रक्षित ने 30 वर्जन तैयार किये थे.
4 मिनट 34 सेकंड के गाने नाटु नाटु के लिए 20 दिनों तक यूक्रेन के प्रेसिडेंट पैलेस के बैक्ग्राउंड में शूटिंग की गई. इसमें 50 बैक्ग्राउंड डांसर और 400 जूनियर आर्टिस्ट शामिल थे.