Parenting Tips: आज कल के बदलते हुए लाइफस्टाइल में लोग अपनी सेहत का और मेंटल हेल्थ दोनो ही सही रूप से मेंटेन कर पाने में असफल साबित हो रहे है. ना केवल बड़े बल्कि बच्चे भी आज कल डिप्रेशन के शिकार होते देखे जा रहे है. जिसका सबसे बड़ा कारण है आज कल का बदलता हुआ लाइफस्टाइल और रहन सहन. आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि बीते दिनों में मेंटल हेल्थ से पीड़ित बच्चों की संख्या में दिनों दिन इजाफा होता देखा जा रहा है.
आज के टाइम में ये समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है. जहां पर हम सबके लिए ये बेहद जरूरी है, कि इस परेशानी का हल निकाला जाए. बच्चों में बढ़ते हुए डिप्रेशन के मामले का सबसे बड़ा कारण है उनके पेरेंटस. आपको बतादें कि बच्चें का डिप्रेशन में जाना उनके पेरेंटस के व्यवहार पर बहुत ज्यादा निर्भर करता है. आइए जानते है कि क्या है वजहें.
एकल परिवार
पहले वक्त में परिवारों के साथ ही में बच्चों का पालन पोषण हुआ करता था. जहां पर अब के वक्त में बेहद छोटे परिवार में ही बच्चे रहते है. परिवार में बहुत से लोग होने पर बच्चा खुश रहता है. इसके साथ ही में बच्चे घर में ही अपनों के साथ मग्न रहते है. ऐसे में अब एक एकल परिवार में जब बच्चा पलता है, तो वो बस अपने माता पिता के साथ ही में रहता है. जिससे कि वह घर में अपने आप को काफी अकेला महसूस करता है. आपकेा बतादें, अकेलेपन के कारण से बच्चा बहुत सी बार डिप्रेशन में जा सकता है
हर वक्त बच्चे को डांटना
अगर आप अपने बच्चे को हर छोटी से छोटी चीज पर डांटते है. तो इससे उनकी मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. हर वक्त बच्चों को डांटना उन्हें ना समाझने के बराबर है. जिससे बड़े होने पर बच्चा या तो बेहद गुस्से वाला बन जाता है. या फिर बच्चा अपनी बातों का कहना छोड़ देता है. ये भी एक बेहद बड़ा कारण है जिसमें कि बच्चा डिप्रेशन में जा सकता है.
कैद में रहना
अगर आप अपने बच्चों को कैद में रखते है, तो इससे बच्चों की ग्रोथ रूक जाती है. साथ ही में बच्चा बाहर की दुनिया के बारें में नही जान पाता है. जिससे कि वो अपने जीवन में उतने अच्छे स्तर पर डेवलेप नही कर पाता है. ऐसे में बच्चें केा कैद में रखना उसे डिप्रेशन की और ले जाना है.