भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2000 रुपये के नोटों के प्रचलन को लेकर ताज़ा अपडेट जारी किया है. सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, प्रचलन से बाहर किए गए 2000 रुपये के नोटों का 97.96 प्रतिशत हिस्सा बैंकिंग प्रणाली में वापस आ चुका है. अब केवल 7,261 करोड़ रुपये मूल्य के ये नोट अभी भी प्रचलन में हैं या लोगों के पास पड़े हुए हैं.
2000 रुपये के नोटों की वापसी की प्रक्रिया
आरबीआई ने 19 मई 2023 को दो हजार रुपये के नोटों को प्रचलन से वापस लेने की घोषणा की थी. उस समय पूरे देश में 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट चलन में थे. इस निर्णय के तहत, 7 अक्टूबर 2023 तक लोगों को इन नोटों को किसी भी बैंक की शाखा में जमा करने या बदलवाने की सुविधा प्रदान की गई थी.
आखिरी तारीख तक नोट जमा करने की सुविधा
7 अक्टूबर 2023 तक, देश भर के सभी बैंकों की शाखाओं में लोग अपने 2000 रुपये के नोट जमा कर सकते थे. इसके अतिरिक्त, भारतीय डाक सेवा के माध्यम से भी लोग अपने नोट किसी भी आरबीआई निर्गम कार्यालय में भेज सकते थे. इस प्रक्रिया के तहत, नोटों को बैंक खातों में जमा किया जा सकता था.
वर्तमान स्थिति और प्रक्रियाएं
आरबीआई के अनुसार, वर्तमान में बैंकों में वापस आ चुके 2000 रुपये के नोटों का प्रतिशत बहुत अधिक है, जबकि बाकी के नोट अभी भी प्रचलन में हैं या लोगों के पास बने हुए हैं. इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, आरबीआई ने अपने 19 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से भी नोटों को जमा करने की सुविधा प्रदान की है.
बैंकिंग प्रणाली में बदलाव और वित्तीय समायोजन
आरबीआई द्वारा 2000 रुपये के नोटों की वापसी की प्रक्रिया का उद्देश्य वित्तीय प्रणाली में सुधार लाना और नकद लेन-देन में पारदर्शिता बढ़ाना था. नोटों की वापसी से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं और सुविधाएं बैंकों और डाकघरों के माध्यम से पूरी की जा चुकी हैं, और अब केवल बचे हुए नोटों का प्रबंधन किया जा रहा है.
आगे की दिशा
आरबीआई ने इस प्रक्रिया को समापन की ओर अग्रसर करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं. लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने पास पड़े हुए 2000 रुपये के नोटों को जल्द से जल्द बैंकों में जमा कर दें. यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी नोट बैंकों में जमा हो सकें और प्रचलन में नहीं रहें, नियमित निगरानी और अद्यतन की प्रक्रिया जारी रहेगी.
निष्कर्ष
2000 रुपये के नोटों की वापसी की प्रक्रिया काफी सफल रही है और अधिकतर नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं. इस पहल ने वित्तीय पारदर्शिता और सिस्टम के सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पास पड़े हुए पुराने नोटों को जल्द से जल्द जमा कर दें, ताकि कोई भी दिक्कत न हो.