Quad Shikhar Sammelan 2024
Quad Shikhar Sammelan 2024 का आयोजन इस साल भारत नहीं बल्कि अमेरिका करेगा। क्वाड शिखर सम्मलेन अमेरिका के डेलावेयर में सितम्बर माह के अंत तक होने की संभावना है। पहले क्वाड शिखर सम्मलेन भारत में आयोजित होने वाला था किन्तु किन्ही कारणों से अब इसे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन अपने गृह डेलावेयर में आयोजित करेंगे।
Quad Shikhar Sammelan 2024 में चार देश संयुक्त राज्य अमेरिका ,ऑस्ट्रेलिया, जापान एवं भारत भाग लेगा। भारत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मलेन में हिस्सा लेंगे। इस बार का शिखर सम्मलेन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होगा क्यूंकि अमेरिका में अब चुनाव होने वाले है और जो बाईडेन का कार्यकाल समाप्त होने वाला है ऐसे में या तो डोनाल्ड ट्रम्प या कमला हैरिस अगले क्वाड शिखर सम्मलेन का हिस्सा बनेंगे।
क्वाड क्या है
QUAD(Quadrilateral Security Dialogue) यानी कि चतुर्भुज सुरक्षा संवाद ,यह चार देशो का एक गठबंधन है अर्थात यह एक अनौपचारिक रणनीतिक मंच है जिसमे चार देशो को शामिल किया गया है -भारत ,जापान ,ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका। क्वाड को बनाने का प्रमुख उद्देश्य हिन्द प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक समुद्री मार्गो को सैन्य प्रभाव से मुक्त रखना है।
दूसरे शब्दो में ये भी कह सकते है की इसका गठन प्रशांत हिन्द क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को कम करने के लिए एवं क्वाड में शामिल देशों को चीनी दखल से सुरछित करने की दृष्टि से भी देखा जा सकता है। इसका मुख्य उद्देश्य नियमाधारित वैश्विक व्यवस्था तथा उदार व्यापर प्रणाली का निर्माण करना भी है। क्वाड के अंतर्गत समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा ,आपदा राहत एवं महामारी जैसे गंभीर मुद्दों पर एक दूसरे की मदत करना है।
कब हुआ था क्वाड का गठन
क्वाड का अस्तित्व सबसे पहले 2004 में आया था जब सुनामी आई थी ,उस वक़्त भारत ने एक अच्छे पड़ोसी का फ़र्ज़ निभाते हुए राहत और बचाव कार्य का अभियान चलाया था जिसके बाद इस अभियान का हिस्सा जापान ,ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका भी बने। इसकी स्थापना 2007 में हुई ,जिसका विचार सबसे पहले जापान के प्रधानमंत्री सिंजो आबे ने रखा था।
क्वाड शिखर सम्मलेन 2024 में अपने 20 साल पुरे कर लेगा। उम्मीद है की अगले साल के क्वाड शिखर सम्मलेन की मेजबानी भारत करेगा।
क्यों ख़ास रहेगा इस साल का क्वाड शिखर सम्मलेन
इस साल का क्वाड शिखर सम्मलेन ख़ास रहने वाला है क्युकी इसमें भाग लेने वाले नेताओं का यह आखिरी सम्मलेन होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन और जापान के प्रधानमंत्री दोनों ही अपने पद को छोड़ने वाले हैं ऐसे में ये उनका आखिरी शिखर सम्मलेन होगा।