PM Kisan Yojana की 18वी क़िस्त
PM Kisan Yojana के पैसे अगर आपके खाते में नहीं आए हैं तो आपको क्या करना चाहिए ?पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं क़िस्त 5 अक्टूबर को जारी कर दी गई है, इसमें से कई लाभार्थियों के खाते में इसके पैसे आ गए हैं लेकिन अगर आपने इस योजना के अंतर्गत अपना रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है और आपको इसके पैसे नहीं आए हैं तो जाने की आपको क्या करना चाहिए।
PM Kisan Yojana के 18वीं क़िस्त जारी कर दी गई है जिसका पैसा अगर आपके खाते में नहीं आया है तो आप इसके लिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट pmkisan-ict@gmail.in में जाकर जानकारी ले सकते हैं, इसके अतिरिक्त अगर आप हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करना चाहते हैं तो इसके लिए एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी दिया गया है ,01123381092 इस पर जाकर भी आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
PM Kisan Yojana की किस्त ना आने का कारण
PM Kisan Yojana की किस्त ना आने का कारण हो सकता है की आपका बैंक अकाउंट नंबर अपडेट ना हो इसके अलावा आपके आधार कार्ड में गड़बड़ी भी इसका कारण हो सकती है,और अगर आपने अपनी ई- केवाईसी नहीं कराई है तब इस योजना में आपका पैसा अभी नहीं आया होगा ,जैसे ही आपकी ई -केवाईसी कंपलीट होगी वैसे ही आपके खाते में पैसा भेज दिया जाएगा ,जानिए आप कैसे कर सकते हैं इसमें ई- केवाईसी अपडेट।
PM Kisan Yojana में ई-केवाईसी अपडेट
इस योजना में अंतर्गत अगर आपने आवेदन पहले से किया हुआ है और आपकी 18वीं किस्त 5 अक्टूबर को नहीं आई है तो आप भी जान लीजिए कि आपको ई-केवाईसी कैसे करना है ,इसके लिए आपको सबसे पहले पीएम किसान सम्मान निधि की वेबसाइट पम pmkisan.gov.in पर जाकर फार्मर कन्वर्सेशन में जाकर केवाईसी के ऑप्शन को सेलेक्ट करना होगा और अपना 12 अंकों का आधार नंबर डालकर सर्च ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद आप अपना मोबाइल नंबर दर्ज करिए आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा ,इस ओटीपी और कैप्चा को डालकर सबमिट बटन पर क्लिक करिए ,सबमिट करने के बाद आपकी ई केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और आपको एक मैसेज भेज दिया जाएगा कि आपकी यह केवाईसी पूरी हो गई है .
PM Kisan Yojana क्या है
पीएम किसान योजना किसानों के लिए चलाई जा रही एक योजना है, प्रमुख उद्देश्य किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है जिसमें किसानों को वित्तीय सहायता के रूप में 6000 रूपए की धनराशि प्रति वर्ष दी जाती है ,इस योजना का प्रमुख उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता देकर उन्हें खेती-बाड़ी के लिए आवश्यक साधन उपलब्ध कराना है ताकि इससे उन्हें एक आय प्राप्त हो सके और उनका व्यक्तिगत जीवन सुधर सके।