पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत किसानों को 18वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है. सरकार ने जून 2024 में किसानों के खातों में 17वीं किस्त की राशि भेजी थी. अब उम्मीद जताई जा रही है कि सितंबर या अक्टूबर 2024 में 18वीं किस्त का भुगतान किया जाएगा. हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह किस्त नवंबर में भी जारी की जा सकती है.
किसानों को मिलती है हर किस्त में 2,000 रुपये
इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक किसान को सालाना 6,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है।. प्रत्येक किस्त में 2,000 रुपये की राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाती है. अब तक 17 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और किसान 18वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं. इस बार की किस्त का लाभ 12 करोड़ से अधिक किसानों को मिलने की संभावना है.
ई-केवाईसी की अनिवार्यता
पीएम किसान योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ई-केवाईसी (e-KYC) करवाना अनिवार्य कर दिया गया है. यदि किसान ई-केवाईसी नहीं करते हैं, तो उन्हें किस्त की राशि से वंचित रहना पड़ सकता है. ई-केवाईसी को लेकर सरकार ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
ई-केवाईसी कैसे करें?
पीएम किसान योजना के तहत ऑनलाइन ई-केवाईसी करने की प्रक्रिया बेहद सरल है. यहां बताया गया है कि आप इसे कैसे कर सकते हैं:
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: सबसे पहले आपको पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा.
- e-KYC ऑप्शन चुनें: वेबसाइट पर जाकर आपको स्क्रीन पर e-KYC का ऑप्शन देखना होगा. इसे सेलेक्ट करें.
- आधार नंबर दर्ज करें: अब एक नई विंडो खुलेगी जिसमें आपको अपना आधार नंबर दर्ज करना होगा.
- ओटीपी प्राप्त करें: आपके आधार नंबर से रजिस्टर्ड फोन नंबर पर एक ओटीपी (One Time Password) भेजा जाएगा.
- ओटीपी दर्ज करें: प्राप्त ओटीपी को दिए गए स्थान पर दर्ज करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें.
- प्रोसेस पूरा करें: सबमिट बटन पर क्लिक करने के बाद आपकी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
निष्कर्ष
अगर आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं किया है, तो इसे जल्द से जल्द पूरा कर लें ताकि आप 18वीं किस्त का लाभ उठा सकें. सरकार ने इस प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया है, और बिना ई-केवाईसी के आपको योजना का लाभ नहीं मिलेगा. अतः, अपने ई-केवाईसी को जल्द पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाएं और आगामी किस्त की राशि का लाभ उठाएं.