नौकरी बदलने पर अपने पीएफ अकाउंट (PF Account) से पूरी राशि निकालने के बजाय, पीएफ अकाउंट ट्रांसफर (PF Account Transfer) करना एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है. पीएफ ट्रांसफर से ना केवल आपके फंड की सुरक्षा होती है, बल्कि इससे आप रिटायरमेंट के समय एक अच्छा खासा फंड भी तैयार कर सकते हैं. आइए जानते हैं पीएफ ट्रांसफर के लाभ और इसे क्यों करना चाहिए.

पीएफ ट्रांसफर: क्या है इसका महत्व?
जब आप नई नौकरी शुरू करते हैं, तो पुराने पीएफ अकाउंट से पूरी राशि निकालने का मन बनाना आसान होता है. हालांकि, ऐसा करने से आपकी पीएफ सदस्यता समाप्त हो सकती है. इसके बजाय, पीएफ अकाउंट ट्रांसफर करने से आपकी सदस्यता लगातार बनी रहती है और आपको लंबे समय में अच्छा लाभ मिलता है.
ईपीएफओ (EPFO) के तहत, हर महीने आपकी बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत पीएफ अकाउंट में जमा होता है. इसके साथ ही, आपकी कंपनी भी इसी राशि का योगदान करती है. पीएफ अकाउंट ट्रांसफर करने से आप बिना किसी रुकावट के इस फंड को बढ़ाते रह सकते हैं और रिटायरमेंट के बाद एकमुश्त राशि के साथ पेंशन का लाभ उठा सकते हैं.
पीएफ अकाउंट ट्रांसफर के लाभ
- सदस्यता की निरंतरता: पीएफ अकाउंट ट्रांसफर से आपकी सदस्यता निरंतर बनी रहती है, जिससे आपके फंड पर कोई ब्रेक नहीं आता. यह आपकी भविष्य की योजना के लिए लाभकारी है.
- कंपाउंड ब्याज: पीएफ अकाउंट में जमा राशि पर कंपाउंड ब्याज मिलता है, यानी ब्याज पर ब्याज मिलता है. इससे आपकी राशि तेजी से बढ़ती है। लंबे समय तक नियमित योगदान करने से आपके फंड में महत्वपूर्ण वृद्धि होती है.
- पेंशन का लाभ: अगर आप लगातार 10 साल तक पीएफ में योगदान करते हैं, तो आप पेंशन पाने के योग्य हो जाते हैं. यह रिटायरमेंट के बाद आपके लिए एक स्थिर आय का स्रोत हो सकता है.
मोटा फंड कैसे बनता है?
मान लीजिए आपकी बेसिक सैलरी 15,000 रुपये है. इस स्थिति में, हर महीने आप और आपकी कंपनी मिलकर लगभग 3,600 रुपये पीएफ अकाउंट में जमा करते हैं. वर्तमान में ईपीएफओ 8.5 प्रतिशत ब्याज प्रदान कर रहा है। इस ब्याज दर पर 15 वर्षों में लगभग 12 लाख 94 हजार रुपये का फंड जमा हो जाएगा.
यदि आप 30 वर्षों तक नियमित योगदान करते हैं, तो आपका फंड लगभग 55 लाख 46 हजार रुपये तक पहुंच सकता है. 40 वर्षों बाद, यह राशि 1 करोड़ 29 लाख रुपये से अधिक हो सकती है. यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि नियमित और लंबे समय तक पीएफ योगदान से एक बड़ी राशि तैयार की जा सकती है.
पीएफ ट्रांसफर की प्रक्रिया
- ऑनलाइन आवेदन: आप EPFO की वेबसाइट पर जाकर अपना पीएफ अकाउंट ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसमें अपने पुराने और नए पीएफ अकाउंट नंबर की जानकारी देना होती है.
- अनुसंधान और पुष्टि: पीएफ ट्रांसफर के लिए आपको आवश्यक दस्तावेज़ और सही जानकारी प्रदान करनी होती है, जिसके बाद EPFO आपके आवेदन की जांच करता है और ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी करता है.

निष्कर्ष
पीएफ अकाउंट ट्रांसफर आपके फंड को बढ़ाने और भविष्य के लिए एक सुरक्षित आधार तैयार करने में सहायक होता है. नौकरी बदलते समय अपने पीएफ अकाउंट को ट्रांसफर करना एक समझदारी भरा निर्णय है, जो आपको लंबे समय में बड़े लाभ की संभावना प्रदान करता है.