संसद सत्र के दौरान एक दूसरे पर बरसते हुए नजर आए नेता
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि आज सोमवार को संसद सत्र का छठा दिन है. जहां पर विपक्ष पार्टी जमकर के विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसके सांथ ही में राहुल गांधी ने एक बार फिर से नीट यूजी पर सवाल खड़े किए है. जहां पर चर्चा की मांग की जा रही है. वहीं बतादें, कि इससे पहले भी संसद के अंदर इस पर चर्चा के लिए सवाल उठाए गए थे. जिसमें कि चर्चा के बारें में जैसे ही कहा गया उसी समय संसद में हंगामा शुरू हो गया था. आइए जानते है कि क्या है ससंद का हाल
बतादें, कि आपने भाषण में प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर को दिखते हुए कहा कि वे सभी भगवाल की शरण में खड़े हुए थे. इतने में ही पीएम मोदी ने संसद में उठकर के कहा कि वे हिंदुओं के समाज को हिंसक ना कहें. वहीं इस बात पर राहुल गांधी ने अपना बयान देते हुए बताया है कि बीजेपी पार्टी केाई पूरा हिंदू समाज नही है. वहीं आरएसएस भी पूरा हिंदू समाज नही है. साथ ही में नरेंद्र मोदी भी केाई हिंदू समाज नही है.
मल्ल्किार्जुन ने किसानों की आमदनी पर उठाया सवाल
आपको बतादें, कि ससंद में हिंदुओं के समाज की बात के बाद किसानों की आमदनी केा लेकर के सवाल उठाए गए है. जिसमें कि मल्लिकार्जुन ने बताया है, कि किस प्रकार से किसानों के लिए सरकार ने ये वादा किया था, कि सत्ता में आने के बाद से उनकी आमदनी को बढ़ा दिया जाएगा. वहीं इसका उल्टा ही देखनें को मिल रहा है. जहां पर उनकी फसलों के लिए लागत केा बढ़ा दिया गया है. ऐसे में किसानों की हालत को सुधारने के बजाय अब उनकी हालत को और भी ज्यादा खराब कर दिया गया है. वहीं मल्लिकार्जुन ने सभापति के सामने अपने बयान को रखकर के बताया है, कि किस प्रकार संवैधानिक संस्थानों को केवल वसूली के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.इसके साथ ही में उन्होनें आरएसएस की विचारधारा को देश के खतरनाक करार करते हुए बताया है, कि देश में धर्म के नाम पर चीजों को अंजाम दिया जा रहा है. जो कि देश के लिए खतरनाक हो सकता है.
अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी को लिया निसाने पर
आपको बतादें, कि संसद में जहां पर कांग्रेस नेता लगतार भाजपा पार्टी को निसाना बना रहे थे. वहीं पर अनुराग ठाकुर ने अपने सवालों को सिलसिला चालू किया. जिसमें कि उन्होनें कांग्रेस नेताओं पर ये अरोप लगाया है, कि देश के अंदर जब जब कांग्रेस की सरकार बन तो उन्होनें गरीबों को और भी ज्यादा गरीब किया है. इसके अलावा उन्होनें कांग्रेस नेताओं से सवाल किया कि कभी उन्होनें संविधान के पूरे पन्नों को पढकर के भी देखा है, क्या उन्हें मालूम है, कि आखिर संविधान में कितने पन्ने होते है.