पीं चिदंबरम ने की नए कानूनों की आलोचना
आपको बतादें, कि आज से यानि कि 1 जूलाई से पूरे भारत में तीन नए अपराधिक कानूनों केा लागू किया जा चुका है. जिसमें कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने हाल ही में इन कानूनों के लागू किए जाने पर अपना बयान रखा है. आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि पी चिदंबरम ने सरकार के इस कदम की आलोचना की है. जहां पर उन्होनें अपने बयान में बताया है, कि किस प्रकार से सरकार मौजुदा कानूनों को ध्वस्त कर नए कानूनों को बिना ही किसी चर्चा के लागू कर रही है. आइए जानते है कि क्या रहा पी चिदंबरम का पूरा बयान, पढ़िए आगे की डीटेल्स
बतादें, कि पूर्व गृह मंत्री ने भी अपने विचारों को इस बारें में स्पष्ट रूप से सामने रखा है. जिसमें कि उन्होनें बताया है, कि संविधान में लाए गए इन नए कानूनों समेत अपराधिक न्यायशास्त्र समेत सविंधान में कुछ और बदलाव किए जाने की जरूरत है.
चिदंबरम ने कहा सरकार के नए नियम है बस कट काॅपी पेस्ट
आपको बतादें, कि आज सोमवार के दिन यानि 1 जूलाई को जब नए नियमों को लागू कर दिया गया है. इस पर चिदंबरम ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए ये लिखा है, कि इन नए कानूनों का लगभग 90 से 99 फीसदी तक का हिस्सा ब्रिटिश कानूनों से लिया गया है. जहां पर ये सब केवन कट काॅपी पेस्ट किया गया है. इन नियमों को लागू करने से पहले इन पर किसी भी प्रकार की चर्चा नही की गई है.
चिदंबरम लिखते है, कि जिन कानूनों को आज अलग से लागू किया गया है. उन्हें पुराने नियमों में कुछ हद तक बदलाव कर के भी ठीक किया जा सकता था. जिसमें कि इन नए नियमों को कांट छांट कर के काॅपी पेस्ट कर दिया गया है.
नए कानूनों में कुछ हद तक सुधार
इसके अलावा पी चिदंबरम ने अपने पोस्ट में लिखा है, कि हां नए कानूनों में कुछ हद तक बदलाव किए गए है, जो कि काफी सही भी है. लेकिन ये सभी बदलाव पुराने नियमों को बदल कर के भी किए जा सकते थे. जिनके लिए सरकार ने नए नियमों को बनाकर के उन्हें लागू किया है. वहीं इस बारें में संसद के अंदर केाई चर्चा और बहस नही की गई. जब इनसे सवाल किए गए तो कोई जवाब भी नही दिया गया.