Nestle कंपनी के खिलाफ सामने आया बड़ा विवाद, देश भर से FSSAI कर रहा है सैंपल को एकत्रित, जानिए डीटेल्स

Nestle Controversy

Nestle Controversy: आपको बतादें, कि हाल ही तौर पर Nestle Company कंपनी एक बड़े विवाद में फस चुकी है. जहां पर देश की खाद्य सुरक्षा नियामक FSSAI देश के कोने कोने से पैन इंडिया नेस्ले के सेरेलैक बेबी सीरियल सैंपल क्लेक्ट करने में जुट चुकी है. दरअसल, ये कदम खाद सुरक्षा नियामक ने कुछ शिकायतों के बाद उठाया है. जिसमें कि ये सामने आया है, कि नेस्ले के सेरेलैक बेबी सीरियल में शुगर की मात्रा बेहद ज्यादा पाई गई है.

आपको बतादें, कि हाल ही तौर पर FSSAI खाद्य सुरक्षा नियामक के CEO सीईओ कमला वर्धन ने एक बयान भी जारी किया है. बतादें, कि ये फूड फोर्टिफिकेशन पर SHO एसोचैम के चलते मीडिया को ये बताया गया है, कि वे देश भर से इस बेबी फूड के सैपंल को एकत्र करने में जुट चुके है. जिस प्रक्रिया को पूरा होने के लिए तकरीबन 10 से 15 दिनों का वक्त लग जाएगा. ऐसे में जल्द ही इस बेबी फूड की जांच पड़ताल की जाने वाली है.

बेबी फूड Baby Food Cereals में हाई शुगर होने की खबर

आपको बतादें, कि ये कदम तब उठाया गया है, कि जब Swiss NGO Public स्विस एनजीओ पब्लिक इस बेबी फूड के अंदर पाए जाने वाले हाई शुगर एलिमेंट को लेकर के बड़े कदम उठाए गए. इस बारें में कंज्य मामलों के मंत्रालय और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग NCPCR भी चिंता जताई है. वहीं जल्द से ज्लद नेस्ले के इस Baby Food बेबी फूड की जांच पड़ताल करने की अपील की है.

बतादें, कि ग्लोबल स्तर पर इस बात की खबर सामने आई है, कि नेस्ले कंपनी दक्षिण एशियाई देशों समेत भारत, चीन, लैटिन अमेरिका, में ज्यादा चीनी वाली सामग्री को बेच रहे है. जो कि यूरोप की तुलना में काफी ज्यादा है.

Nestle India ने जारी किया अपना बयान

इस रिपोर्ट के आने के बाद से नेस्ले कपंनी ने भी अपना बयान जारी किया है. आपकेा बतादें, कि Nestle नेस्ले इंडिया ने हाल ही में ये बताते हुए कहा है, कि वे अनुपालन के मामले में किसी भी प्रकार का समझौता नही करते है. ऐसे में बीते कई वर्षाें से कंपनी ने चीनी का इस्तेमाल भी शिशु खाद्य उत्पादों में 30 प्रतिशत तक कम कर दिया है.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Home
Google_News_icon
Google News
Facebook
Join
Scroll to Top