शुक्रवार को आई माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में तकनीकी खराबी के कारण दुनिया भर में हड़कंप मच गया है. क्योंकि इस तकनीकी के कारण स्टॉक एक्सचेंज के कार्यो पर भारी प्रभाव पड़ा है. हालांकि तकनीकी खराबी का सबसे ज्यादा प्रभाव ब्रिटेन पर देखने को मिला है. भारत में अभी तक माइक्रोसॉफ्ट को लेकर कोई भी तकनीकी खराबी की जानकारी नहीं मिली है.
शुक्रवार को आई एक तकनीकी खराबी के कारण पूरे ही विश्व में हड़कंप मच गया. यह हड़कम्प दिग्गज टेक कंपनी के माइक्रोसॉफ्ट में आई तकनीकी खराबी के कारण मचा. माइक्रोसॉफ्ट में आई तकनीकी खराबी के कारण शेयर मार्केट के कामों से लेकर बैंक तक के सभी काम ठप हो गए और साथ ही ट्रेन और प्लेन की रफ्तार को भी रोकना पड़ा. वहीं दूसरी तरफ लंदन के स्टॉक एक्सचेंज में हो रही ट्रेडिंग अचानक से रुक गई. इसका बहुत बड़ा असर एविएशन सेक्टर पर भी देखने को मिल रहा है हालांकि भारत में अभी तक माइक्रोसॉफ्ट में किसी भी तकनीकी परेशानी को लेकर कोई खबर सामने नहीं आई है लेकिन इसके बावजूद बहुत सी हवाई सेवाएं इसके प्रभाव से ग्रसित हुई है.
गुरुवार से हो रही थी तकनीकी परेशानी
कुछ रिपोर्टर्स के द्वारा मिली हुई जानकारी के अनुसार अरबपति बिल गेट्स के द्वारा शुरू की गई माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सर्वर में तकनीकी खराबी को गुरुवार से ही भापा जा रहा था लेकिन शुक्रवार को यह तकनीकी परेशानी अपनी चरम सीमा पर आ गई जिसके कारण ट्रेन और प्लेन की गति पर रोक लगाने के साथ-साथ शेयर मार्केट से लेकर बैंकों तक के सभी कार्य रुक गए.
ब्रिटेन पर दिखा इस तकनीकी खराबी का सबसे ज्यादा प्रभाव
क्राउड स्ट्राइक के सही से काम ना कर पाने के कारण कुछ लोगों के कंप्यूटर सिस्टम बंद हो गए या तो उन्हें कंप्यूटर स्क्रीन पर ब्लैक ब्लू स्क्रीन देखने को मिली है. माइक्रोसॉफ्ट में आई तकनीकी खराबी का सबसे ज्यादा प्रभाव ब्रिटेन में देखने को मिल रहा है क्योंकि वहां का लंदन स्टॉक एक्सचेंज इस खराबी के चलते बिल्कुल रुक गया है जिसकी वजह से वहां के निवेशक बहुत ज्यादा डरे हुए और चिंता में है.
यातायात, बैंक और शेयर मार्केट के सारे काम ठप
माइक्रोसॉफ्ट में आई इस तकनीकी खराबी के कारण लोगों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इससे न केवल शेयर मार्केट का काम ठप हो गया है बल्कि बैंकों का भी सभी काम रुका पड़ा है. यही नहीं इसके अलावा जो सर्विसेज ऑनलाइन इस्तेमाल की जाती थी उन्हें भी उपयोग करने में बड़ा का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी तरफ रेलवे और एयरलाइंस कंपनियां में भी इस खराबी को लेकर हद काम मचा हुआ है क्योंकि इसके कारण सेवाओं को बंद करना पड़ा है.