KRN Heat Exchanger ने अपने आईपीओ (Initial Public Offering) के जरिए निवेशकों को मालामाल कर दिया है. सितंबर 2024 में खुले इस आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त रिस्पांस मिला था, और 30 सितंबर को इसे अलॉट किया गया. आज कंपनी के शेयरों ने स्टॉक मार्केट में धमाकेदार एंट्री की, और जिन निवेशकों के पास इसके शेयर थे, उन्हें पहले ही दिन शानदार मुनाफा हुआ.
शेयर लिस्टिंग पर 118% प्रीमियम
KRN Heat Exchanger के शेयर 118% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए हैं. इसका मतलब यह है कि अगर किसी निवेशक को कंपनी का आईपीओ मिला था, तो उसका पैसा लिस्टिंग के दिन ही दोगुना हो गया. कंपनी के शेयर का इश्यू प्राइस 220 रुपये प्रति शेयर था, जबकि लिस्टिंग के समय यह 480 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था। यह निवेशकों के लिए एक बड़ा मुनाफा साबित हुआ.
बीएसई (BSE) पर कंपनी के शेयर 470 रुपये प्रति शेयर के साथ लिस्ट हुए, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. इससे निवेशकों का विश्वास कंपनी में और भी बढ़ गया है.
आईपीओ को जबरदस्त रिस्पांस
KRN Heat Exchanger के आईपीओ को कुल 213.4 गुना बोलियां मिली थीं. इस आईपीओ को निवेशकों ने जमकर सब्सक्राइब किया था, खासतौर पर नॉन-इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) ने 430.54 गुना सब्सक्राइब किया था. वहीं, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने 253.04 गुना और रिटेल निवेशकों ने 96.74 गुना सब्सक्राइब किया था. कंपनी ने इस आईपीओ के जरिए 341.95 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसके तहत 1.55 करोड़ शेयर जारी किए गए थे.
कंपनी के आईपीओ का प्राइस बैंड
KRN Heat Exchanger ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 209 रुपये से 220 रुपये प्रति शेयर तय किया था. एक लॉट साइज में 65 शेयर थे, और निवेशकों ने इसे हाथों-हाथ लिया. इसका सब्सक्रिप्शन दर्शाता है कि बाजार में कंपनी के प्रति निवेशकों का विश्वास काफी मजबूत था.
आईपीओ से जुटाई राशि का इस्तेमाल
KRN Heat Exchanger ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल अपनी सब्सिडियरी कंपनी KRN HVAC Products के मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के लिए करेगी. यह मैन्युफैक्चरिंग यूनिट राजस्थान के अलवर जिले के नीमराना में स्थापित की जाएगी. इससे कंपनी की उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी होगी और नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.
निष्कर्ष
KRN Heat Exchanger के आईपीओ की शानदार लिस्टिंग ने निवेशकों को बड़ा मुनाफा दिया है. 118% प्रीमियम पर शेयर लिस्ट होने से निवेशकों का विश्वास और बढ़ गया है. कंपनी ने इस आईपीओ के जरिए न केवल अपने विस्तार की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया है, बल्कि शेयर बाजार में भी अपनी स्थिति मजबूत की है.