जम्मू-कश्मीर में 2024 के विधानसभा चुनावों का पहला चरण संपन्न हो गया है. इस बार का चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक है, क्योंकि यह धारा 370 हटने के बाद राज्य में हो रहे पहले विधानसभा चुनाव हैं. मतदाताओं में इस चुनाव को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया, जिसका परिणाम 58.54% मतदान के रूप में सामने आया है. कुल 24 सीटों पर 219 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है, और अब इन सभी का भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) में बंद हो चुका है.
पहले चरण का चुनाव और मतदान का आंकड़ा
जम्मू-कश्मीर के पहले चरण के मतदान में सुबह से ही पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की भारी भीड़ देखने को मिली. 24 विधानसभा सीटों पर हो रहे इस चुनाव में कुल 58.54% मतदान हुआ. मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.
सबसे अधिक मतदान किश्तवाड़ जिले में हुआ, जहां 77.23% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यह दर्शाता है कि लोग इस चुनाव में बड़ी संख्या में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित हुए थे.
धारा 370 के बाद पहला चुनाव
यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है. 2019 में केंद्र सरकार द्वारा धारा 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था. इस ऐतिहासिक बदलाव के बाद से पहली बार लोग अपने नए प्रतिनिधियों का चुनाव कर रहे हैं.
इस चुनाव को लेकर स्थानीय लोगों के साथ-साथ राजनीतिक दलों में भी काफी उत्साह है. विभिन्न दलों ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने-अपने एजेंडे और वादों को लेकर जनता के बीच जोरदार प्रचार किया. मतदाताओं ने भी बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लिया.
राजनीतिक दलों के बीच कड़ा मुकाबला
इस चुनाव में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है और सत्ता पाने की पूरी कोशिश की है. मतदाताओं के बीच इस बार मुद्दों की विविधता है, जिसमें रोजगार, विकास, सुरक्षा और स्थिरता जैसे प्रमुख मुद्दे शामिल हैं.