अमेजन और फ्लिपकार्ट की फेस्टिव सेल में अगर आपने नया आईफोन खरीदा है, तो यह सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है कि आपका आईफोन नकली नहीं है. इन सेल्स में अक्सर नकली आईफोन भी डिलीवर किए जा सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि असली और नकली आईफोन के बीच फर्क कैसे करें और खरीदारी के समय किन बातों का ध्यान रखें.
खरीदारी से पहले सावधानी बरतें
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर आईफोन खरीदते समय सावधानी बरतना जरूरी है। सेल में ग्राहकों के बीच सस्ते दाम पर फोन खरीदने की होड़ मची रहती है. इसलिए, किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसकी जानकारी जरूर ले लें. कई बार ऐसा होता है कि लोग डिस्काउंट के लालच में बिना जानकारी के खरीदारी कर लेते हैं.
प्रोडक्ट डिटेल का ध्यान रखें
आपको हमेशा प्रोडक्ट डिटेल ध्यान से पढ़नी चाहिए। यदि आप आईफोन खरीदने की सोच रहे हैं, तो सेलर के बारे में पूरी जानकारी हासिल करें. डिस्काउंट के लालच में आने से बचें और प्रोडक्ट की जानकारी को अच्छे से जांचें.
पैकेजिंग की गुणवत्ता
असली और नकली आईफोन के बीच का एक और महत्वपूर्ण अंतर उसकी पैकेजिंग है. यदि आपके आईफोन का बॉक्स घटिया गुणवत्ता का है या डॉक्युमेंटेशन में गलत जानकारी है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए. नकली आईफोन अक्सर सस्ते और घटिया बॉक्स में आते हैं.
टेक्स्ट और स्पैलिंग की जांच
बॉक्स पर लिखे टेक्स्ट को भी ध्यान से पढ़ें। नकली आईफोन के बॉक्स पर टेक्स्ट की स्पैलिंग अक्सर गलत होती है. यदि आपको स्पैलिंग में कोई गलती नजर आती है, तो यह संकेत हो सकता है कि फोन असली नहीं है.
IMEI नंबर और अन्य विवरण
असली आईफोन के बॉक्स पर IMEI नंबर और अन्य जरूरी जानकारी लिखी होती है. यदि आपके आईफोन के बॉक्स पर ये विवरण नहीं है, तो यह एक बड़ा संकेत है कि आपका आईफोन नकली हो सकता है.
निष्कर्ष
फेस्टिव सेल में आईफोन खरीदना एक अच्छा अवसर हो सकता है, लेकिन हमेशा सतर्क रहना जरूरी है. नकली आईफोन से बचने के लिए प्रोडक्ट डिटेल, पैकेजिंग गुणवत्ता, टेक्स्ट की स्पैलिंग और IMEI नंबर की जांच करें. यदि आप इन बातों का ध्यान रखते हैं, तो आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका आईफोन असली है.
इस प्रकार, यदि आपने हाल ही में आईफोन खरीदा है, तो ऊपर दिए गए सुझावों का पालन करके आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी खरीदारी सुरक्षित और सही है.