नई दिल्ली: तेलंगाना के एक सरकारी कॉलेज के सात छात्रों को कॉलेज के छात्रावास में 21 वर्षीय डिग्री छात्र की हत्या के आरोप में हिरासत में लिया गया. वेंकट के रूप में पहचाने गए पीड़ित को कथित तौर पर आरोपी और उसके सभी साथियों ने पीटा और गला घोंटकर मार डाला. आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है. यह घटना रविवार 3 मार्च 2024 देर रात तेलंगाना के निज़ामाबाद में हुई.
पुलिस के अनुसार, वेंकट और उसके साथी साथियों के बीच झगड़ा तब शुरू हुआ जब वेंकट ने इंटरमीडिएट प्रथम वर्ष के एक नाबालिग छात्र को परीक्षा में कदाचार के खिलाफ सलाह दी. इसके बाद, नाबालिग छात्र ने हॉस्टल में ही रहने वाले अपने बड़े भाई को इसकी जानकारी दी. अन्य छात्रों के साथ मिलकर, उन्होंने वेंकट का सामना किया, जिसके परिणाम उन पर शारीरिक हमला किया गया जिससे उनकी मृत्यु हो गई. घटना के तुरंत बाद वेंकट को अस्पताल ले जाया गया. हालाँकि वहां पहुँचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया.पुलिस ने कहा कि हिरासत में लिए गए सात छात्रों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. आगे की जांच चल रही है.
क्या है पूरा मामला
रात में, वेंकट ने एक नाबालिग, जो इंटरमीडिएट प्रथम वर्ष का छात्र है डांटा, जब वेंकट ने पाया कि नाबालिग चल रही परीक्षा में कदाचार कैसे करें, इस पर चर्चा कर रहा था ये उस समय की बात है. वेंकट ने नाबालिग को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा. इसके बाद, नाबालिग ने अपने भाई को सूचित किया, जो इंटरमीडिएट द्वितीय वर्ष का छात्र है और उसी छात्रावास में रहता है. बड़े भाई ने कुछ और छात्रों को बुलाया, जिन्होंने वेंकट के साथ बहस शुरू कर दी. जब वेंकट अपने छात्रावास के कमरे के अंदर था, तो सातों आरोपी अंदर गए और पीड़िता से सवाल करने लगे कि वह नाबालिग के आंतरिक मुद्दों में हस्तक्षेप क्यों कर रहा है? बाद में हाथापाई हुई जिसमें वेंकट की पिटाई की गई और उसकी शर्ट का कॉलर खींचकर उसका गला घोंट दिया गया, पुलिस उपाधीक्षक पी. श्रीनिवास ने टीओआई को बताया घटना रात 11 बजे से 11.30 बजे के बीच हुई.
घटना के बारे में जानने पर, छात्रावास के अन्य छात्रों ने छात्रावास के कर्मचारियों को सतर्क किया, जिन्होंने वेंकट को अस्पताल ले जाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. यह पता चला है कि जब संदिग्ध छात्रावास से भागने का प्रयास कर रहे थे, तो उन्हें अन्य छात्रों ने पकड़ लिया और छात्रावास के कर्मचारियों को सतर्क करने के बाद पुलिस को सौंप दिया. सात आरोपियों में से तीन इंटरमीडिएट द्वितीय वर्ष के छात्र हैं, तीन डिग्री छात्र हैं और एक नाबालिग इंटरमीडिएट प्रथम वर्ष का छात्र है, उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
वेंकट जब बिस्तर पर थे तो उन्हें हॉस्टल के कमरे में कैद कर दिया गया था. आरोपियों ने उसे परेशान किया और हत्या कर दी. वेंकट का परिवार खेती करता है, जिनके पास कोई जमीन नहीं है. कड़ी मेहनत से उसके माता-पिता वेंकट को पढ़ा रहे थे, लेकिन उनके सपनों का दुखद अंत हो गया,’ वेंकट के एक रिश्तेदार ने ये सब बताया है.