तथागत बरोड़ ने मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी भोपाल से बीटेक की डिग्री हासिल की है फिर आईआईटी मुंबई से मास्टर्स की डिग्री ली। इसके बाद उन्होंने जॉब ना करने का विकल्प चुना और वापस अपने गांव पहुँच गए और यहाँ उन्होंने आर्गेनिक खेती करना शुरू किया।
तथागत मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के कालापीपल में मौजूद छापरी गांव के रहने वाले है। 2016 में अपनी पढ़ाई पूरी कर वे वापस इसी गांव में लौट गए और आर्गेनिक खेती करने लगे। तथागत शुरू से ही गांव के लोगो के लिए कुछ करना चाहते थे यही कारण है की उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने पर अपना रिज्यूमे तक नहीं बनाया और ना ही किसी कंपनी में अप्लाई किया।
गाय के गोबर से बनाया गोबर गैस प्लांट
तथागत पिछले 4 साल से Organic खेती कर रहे हैं और पशुपालन के साथ जैविक खाद बनाने का भी काम कर रहे हैं। तथागत ने अपने खेत में ही एक गौशाला शुरू की है जहां करीब 20 गाय हैं. इनसे दूध और दूध के बने प्रोडक्ट तैयार कर उसे सीधे ग्राहकों को बेचते हैं. गाय पालने की वजह से गोबर मिलता है और तथागत ने इसे यूज करने के लिए गोबर गैस प्लांट लगाया है जिससे उनके घर का काम चल जाता है. इस गैस से खाना पकाया जाता है।
खुद तैयार करते है खाद
तथागत पशुओं के गोबर और मूत्र से तैयार खाद का प्रयोग अपने Organic Produce के लिए खेतों में करते हैं. ऑर्गेनिक खेती करने की वजह से तथागत बाहर से खाद और कीटनाशक नहीं खरीदते। आपको बता दे की जीवाशं गोबर, पौधों व जीवों के अवशेष आदि को खाद के रूप में भूमि को प्राप्त होते हैं। जीवांश खादों के प्रयोग से पौधों के समस्त पोषक तत्व प्राप्त हो जाते हैं।
सालाना 9 लाख रूपए कमा रहे
तथागत ने 18 एकड़ में Organic फसल की खेती शुरू की है. आज तथागत करीब 18 एकड़ में 17 फसल उगा रहे हैं, जिनमें मोरिंगा, आंवला, हल्दी, अदरक, लेमन ग्रास और चना जैसी फसल शामिल हैं। तथागत साल में इन फसलों की खेती से ₹9 लाख कमा रहे हैं।