नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को घोषणा की कि राज्य सरकार अगले वित्तीय वर्ष से 18 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह देगी.
यह विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस द्वारा वादा की गई 10 ‘गारंटियों’ में से एक थी. मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस पहल को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना पर सालाना 800 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और इसके तहत पांच लाख से अधिक महिलाओं को कवर किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 10 में से पांच चुनावी वादे पूरे हो गए हैं और उन्होंने दोहराया कि पुरानी पेंशन योजना बहाल हो गई है, जिससे राज्य के 1.36 लाख कर्मचारियों को लाभ हुआ है.
कांग्रेस ने किया वादा पूरा
यह विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस द्वारा वादा की गई 10 ‘गारंटियों’ में से एक थी. मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस पहल इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना पर आधारित है. जिसमे सालाना 800 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और इसके तहत पांच लाख से अधिक महिलाओं को कवर किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश की मेरी आदरणीय माताओं और बहनों, प्रदेश को आगे बढ़ाने में आपका योगदान अतुलनीय है. मैं आप सभी को सम्मान देते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा कर रहा हूं. इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत राज्य की सभी महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. हमारी सरकार आपके सम्मान और आपके अधिकारों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है,” सुक्खू ने एक्स पर ये बात कही.
यह एक महत्वाकांक्षी योजना थी और मुझे खुशी है कि हमने भ्रष्टाचार के दरवाजे बंद कर दिए और इन लड़कियों को पैसा दिया. आगे यह भी ट्वीट में सीएम सुक्खू ने लिखा. वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा उन चुनावी वादों में से एक थी जो सबसे पुरानी पार्टी ने पहाड़ी राज्य में अपने चुनाव अभियान के दौरान किए थे. चुनावी वादों को पूरा करने पर सीएम सुक्खू ने कहा कि वित्तीय सहायता के बाद 10 में से पांच चुनावी वादे पूरे कर दिए गए हैं और दोहराया कि पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी गई है, जिससे राज्य के 1.36 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा.