मेगा एक्सपेंशन के बाद से कई Hydropower स्टाॅक्स में हो सकती है बढ़ोतरी
भारत सरकार ने हाल ही में अपने मेगा एक्सपेंशन प्लान का ऐलान किया है, जिसमें Hydropower प्रोजेक्ट्स को बड़ा समर्थन देने की योजना है. इस कदम से हाइड्रोपावर स्टॉक्स में जबरदस्त उछाल की संभावना है. हाइड्रोपावर, जो बिजली उत्पादन के लिए पानी का उपयोग करता है, एक स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है, और इस क्षेत्र में सरकार का निवेश कई फायदे ला सकता है.

सरकार की योजना में देशभर में नए हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स स्थापित करना और मौजूदा प्रोजेक्ट्स का विस्तार करना शामिल है. इस एक्सपेंशन प्लान का मुख्य उद्देश्य देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करना और बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करना है. इसके अलावा, हाइड्रोपावर से पर्यावरण पर भी कम प्रभाव पड़ता है, जिससे यह एक स्थायी ऊर्जा विकल्प बन जाता है. इस मेगा एक्सपेंशन प्लान के तहत सरकार ने कई प्रमुख हाइड्रोपावर कंपनियों को चुना है, जो इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. आइए, देखते हैं इन हाइड्रोपावर स्टॉक्स की लिस्ट, जिनमें निवेशकों को तूफानी तेजी देखने को मिल सकती है
इन Hydropower स्टाॅक्स में आ सकती है तेजी
NHPC लिमिटेड: यह सरकारी कंपनी है और हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स में इसका बड़ा योगदान है. NHPC के पास कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं और यह कंपनी सरकार के प्लान से सबसे ज्यादा लाभान्वित हो सकती है.
SJVN लिमिटेड: यह भी एक सरकारी कंपनी है, जो हाइड्रोपावर के क्षेत्र में सक्रिय है. SJVN के पास भी कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं और इसका विस्तार योजनाओं में शामिल है.
Tata Power: यह निजी क्षेत्र की एक प्रमुख बिजली कंपनी है, जो हाइड्रोपावर में भी निवेश करती है. Tata Power के पास कई हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स हैं और यह कंपनी सरकार के प्लान से काफी लाभान्वित हो सकती है.

Reliance Power: यह भी एक प्रमुख निजी कंपनी है, जो हाइड्रोपावर के क्षेत्र में सक्रिय है. Reliance Power के पास कई प्रोजेक्ट्स हैं और यह कंपनी भी तेजी से आगे बढ़ सकती है.
JSW Energy: यह कंपनी भी हाइड्रोपावर में निवेश करती है और इसके पास कई प्रोजेक्ट्स हैं. JSW Energy भी सरकार के प्लान से लाभ उठा सकती है.
सरकार के इस मेगा एक्सपेंशन प्लान से Hydropower स्टॉक्स में जबरदस्त उछाल की संभावना है. निवेशक इन प्रमुख हाइड्रोपावर कंपनियों के स्टॉक्स पर नजर रख सकते हैं और अपने निवेश को बढ़ावा दे सकते हैं. इस कदम से न केवल ऊर्जा क्षेत्र में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी नई दिशा मिलेगी.