नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के एटा से दो बार के पूर्व लोकसभा सांसद देवेन्द्र यादव सोमवार को समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी जांच एजेंसियों का डर लोगों को भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर कर रहा है. भाजपा विपक्षी दलों के नेताओं को अपने साथ शामिल होने के लिए मजबूर करने के लिए सीबीआई और ईडी का उपयोग कर रही है. यह रणनीति हाल के दिनों में कई बार उजागर हुई है. यह पूरे देश में, उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हो रहा है. यह यह ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा, भाजपा इस डर की रणनीति के कारण इस बार कई सीटें खो देगी, ये भाटी ने कही.
कौन है देवेन्द्र यादव
देवेन्द्र यादव पूर्व समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते थे. भाटी ने कहा, विपक्षी नेताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है, निजी कंपनियों को चुनावी बांड खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है. भाजपा राजनीति में इतना नीचे गिर गई है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को लगातार खतरा हो रहा है.
इससे पहले, राहुल गांधी ने भी आरोप लगाया था कि ईडी की कार्रवाई की धमकी ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को भाजपा से हाथ मिलाने के लिए मजबूर किया था. हालांकि, चव्हाण ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है.