शिमला में सिनेमा का वैश्विक उत्सव
शिमला में 16 अगस्त से 10वां शिमला अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (Shimla International Film Festival) शुरू होने जा रहा है. यह तीन दिवसीय फिल्म महोत्सव गेयटी हेरिटेज कल्चरल कॉम्प्लेक्स में आयोजित होगा. इस महोत्सव का आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, हिमाचल प्रदेश सरकार के भाषा और संस्कृति विभाग, और हिमालयन वेलोसिटी के तत्वावधान में किया जा रहा है. इसमें 27 देशों की फिल्में दिखाई जाएंगी, जो सिनेमा प्रेमियों और फिल्म उद्योग के पेशेवरों के लिए खास आकर्षण का केंद्र होंगी.
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
फिल्म महोत्सव में बैंडिट क्वीन के लिए प्रसिद्ध अभिनेत्री सीमा बिस्वास विशेष रूप से शिरकत करेंगी. वह गेयटी हेरिटेज कल्चरल कॉम्प्लेक्स में दर्शकों के साथ एक इंटरेक्टिव सत्र में हिस्सा लेंगी, जहां वह अपने अनुभव और भारतीय सिनेमा में योगदान पर चर्चा करेंगी. यह सत्र फिल्म प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक साबित होगा.
बच्चों के लिए विशेष आयोजन
फिल्म महोत्सव में बच्चों के मनोरंजन और शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष तौर पर क्यूरेट की गई फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा. गौथिक थिएटर में बाल उत्सव का आयोजन होगा, जहां बच्चों को फिल्म निर्माण की बारीकियों से परिचित कराया जाएगा. यह सेगमेंट बच्चों को सिनेमा की दुनिया से जोड़ने और उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने का एक बेहतरीन मंच साबित होगा.
27 देशों और 22 राज्यों की फिल्मों का प्रदर्शन
इस फिल्म महोत्सव में 27 देशों की फिल्मों का चयन किया गया है, जो अंतरराष्ट्रीय सिनेमा की समृद्ध विविधता को दर्शाएंगी. इसके अलावा, भारत के 22 राज्यों की क्षेत्रीय फिल्मों का भी प्रदर्शन होगा, जो स्थानीय फिल्म निर्माण परंपराओं और देश की विविध संस्कृतियों को दर्शाएंगी. इस महोत्सव में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम, सूचना व प्रसारण मंत्रालय, बिचित्रा कलेक्टिव और भारतीय वृत्तचित्र निर्माता संघ की ओर से निर्मित फिल्मों का भी प्रदर्शन होगा.
राज कपूर और देव आनंद को श्रद्धांजलि
महोत्सव में भारतीय सिनेमा के दो महान व्यक्तित्वों, राज कपूर और देव आनंद, के शताब्दी वर्ष के अवसर पर एक विशेष श्रद्धांजलि प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. इस प्रदर्शनी में उनके फिल्मी करियर से जुड़ी यादगार वस्तुएं, क्लिप, फोटो गैलरी और अन्य सामग्री प्रदर्शित की जाएगी. यह प्रदर्शनी उनके योगदान और स्थायी विरासत को समझने का एक अवसर प्रदान करेगी.
मास्टर क्लास और इंटरेक्टिव सत्र
इस महोत्सव का एक मुख्य आकर्षण फिल्म उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा आयोजित मास्टर क्लास होंगे. इसमें निर्देशन, पटकथा लेखन, छायांकन और संपादन जैसे विषयों पर गहन चर्चा की जाएगी. उपस्थित लोगों को इन मास्टर क्लासों के माध्यम से फिल्म निर्माण की तकनीकी और रचनात्मक प्रक्रियाओं को समझने का मौका मिलेगा.
फिल्म निर्माताओं से संवाद का अवसर
महोत्सव के दौरान विभिन्न फिल्मों की स्क्रीनिंग के बाद निर्देशक इंटरेक्टिव प्रश्नोत्तर सत्रों में हिस्सा लेंगे. यह सत्र दर्शकों को फिल्म निर्माताओं के साथ सीधा संवाद करने और फिल्म निर्माण की प्रक्रिया को गहराई से समझने का अवसर प्रदान करेंगे.
शिमला अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, सिनेमा प्रेमियों और फिल्म निर्माताओं के बीच संवाद को बढ़ावा देने और सिनेमा के अनुभव को समृद्ध बनाने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा.