आजकल भारतीय बाजार में कार खरीदारों की प्राथमिकताएँ तेजी से बदल रही हैं. एक नई रिपोर्ट के अनुसार, Automatic transmision वाली कारों की मांग में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है. यह परिवर्तन न केवल सुविधा के कारण है, बल्कि इसके पीछे कई अन्य महत्वपूर्ण कारक भी हैं.
बढ़ती मांग का कारण
हाल के वर्षों में, भारत में Automatic transmision वाली कारों की बिक्री में काफी वृद्धि हुई है. रिपोर्ट में उल्लेखित है कि अब लगभग 58% नए वाहनों में Automatic transmision का विकल्प है. यह वृद्धि खासकर शहरी क्षेत्रों में देखी जा रही है, जहां ट्रैफिक जाम और सड़क पर रुकावटें आम हैं.
सुविधा और आराम

Automatic Gear कारें ड्राइविंग के अनुभव को और भी सरल और आरामदायक बनाती हैं. इन कारों को चलाना आसान होता है, खासकर जब यातायात में अधिक समय बिताना पड़ता है. अब लोग एक हाथ से फोन का इस्तेमाल या दूसरे काम करते हुए गाड़ी चला सकते हैं, जो उनके लिए एक बड़ा लाभ है.
पारंपरिक ट्रांसमिशन का पतन
पारंपरिक मैनुअल ट्रांसमिशन की तुलना में, Automatic transmision के साथ ड्राइविंग करने के लिए कम शारीरिक मेहनत की आवश्यकता होती है. इसके चलते, मैनुअल गियर वाली कारों की बिक्री में कमी आ रही है. कई निर्माता अब अपने मॉडल्स में ऑटोमेटिक विकल्प पर अधिक ध्यान दे रहे हैं.
बदलती जनसंख्या की प्राथमिकताएँ

युवाओं की बढ़ती संख्या भी इस परिवर्तन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. नई पीढ़ी की सोच में सुविधाजनक और तकनीकी कारों की मांग बढ़ रही है. इसके अलावा, महिलाओं की ड्राइविंग में बढ़ती भागीदारी भी इस बदलाव का एक कारण है.
विभिन्न विकल्प
Automatic transmision वाले कारों के विभिन्न विकल्प भी बाजार में उपलब्ध हैं. कंपनियाँ अब अपने उत्पादों में Automatic Gear के विभिन्न प्रकार जैसे कि सीवीटी (कंटिन्यूअस वेरिएबल ट्रांसमिशन), डुअल-क्लच ट्रांसमिशन और ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (AMT) को शामिल कर रही हैं
ब्रांड और मॉडल्स की प्रतिस्पर्धा
Automatic Gear वाले वाहनों की बढ़ती मांग ने कार निर्माताओं के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ा दिया है. कंपनियाँ नई तकनीक और फीचर्स के साथ अपने मॉडल्स को अपग्रेड कर रही हैं. टाटा, मारुति सुजुकी, ह्यूंदै, और महिंद्रा जैसे प्रमुख ब्रांड्स इस बदलाव को ध्यान में रखते हुए अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में विविधता ला रहे हैं.
भविष्य की संभावनाएँ
आने वाले समय में, यह संभावना है कि Automatic transmision की मांग और भी बढ़ेगी. इलेक्ट्रिक वाहनों की वृद्धि भी इस बदलाव को और तेज कर सकती है, क्योंकि अधिकांश इलेक्ट्रिक कारें Automatic transmision के साथ आती हैं.