असम के नागांव जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें दसवीं कक्षा की एक छात्रा के साथ तीन लोगों ने मिलकर दुष्कर्म किया. इस घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है और लोगों में गुस्से की लहर दौड़ गई है. यह घटना गुरुवार शाम की है, जब छात्रा ट्यूशन से लौट रही थी. तीनों दरिंदों ने उसे बेहोशी की हालत में छोड़ दिया, जिसके बाद उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

ट्यूशन से लौटते वक्त हुआ अपहरण
यह दुखद घटना नागांव जिले में गुरुवार की शाम लगभग 6 बजे की है. पीड़िता, जो कि दसवीं कक्षा की छात्रा है, अपनी ट्यूशन क्लास से लौट रही थी. उसी वक्त तीन आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया. उन्होंने पहले उसे जबरन गाड़ी में बिठाया और फिर एक सुनसान जगह ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. वारदात को अंजाम देने के बाद वे उसे बेहोशी की हालत में वहीं छोड़कर फरार हो गए.
गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
घटना के बाद, पीड़िता को स्थानीय लोगों ने बेहोशी की हालत में पाया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया. वहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और उसे उचित चिकित्सा सहायता दी जा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि उसे शारीरिक और मानसिक दोनों ही प्रकार की गंभीर चोटें आई हैं. पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है.
जिले में रोष, अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान
इस घटना के बाद नागांव जिले में गुस्से का माहौल है। नागरिक समाज और छात्र संगठनों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने कहा है कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, तब तक वे अनिश्चितकालीन बंद का आयोजन करेंगे. इसके साथ ही, पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके.
पुलिस की कार्रवाई और आरोपियों की तलाश
घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की है. उन्होंने आरोपियों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है और विभिन्न जगहों पर छापेमारी की जा रही है. पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे और उन्हें कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दिलाने की कोशिश करेंगे.
सरकार की प्रतिक्रिया
असम सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने इस घटना की निंदा की है और कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने पीड़िता के परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और कहा है कि न्याय मिलेगा.

समाज में जागरूकता की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है. ऐसे में समाज के हर वर्ग को जागरूक होने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. शिक्षा संस्थानों, परिवारों और समाज के हर वर्ग को मिलकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी. इसके साथ ही, कानून व्यवस्था को भी मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे अपराधियों को तुरंत पकड़ा जा सके और उन्हें कड़ी सजा दी जा सके.
इस घटना ने नागांव जिले के लोगों को झकझोर कर रख दिया है और पूरे राज्य में इसे लेकर चर्चा हो रही है. अब देखना यह है कि पुलिस कितनी जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर पाती है और उन्हें कानून के शिकंजे में ला पाती है.