नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को राज्य की 48 लोकसभा सीटों के लिए सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार के साथ बैठक करेंगे.
लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में शाह की यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऐसे समय में हो रही है जब गठबंधन सहयोगी शिव सेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) अधिक सीटों पर अपना अधिकार जता रहे हैं. भाजपा, जो राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है, उन कार्यकर्ताओं के दबाव में भी है जो अधिक सीट हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं.
आगामी लोकसभा चुनाव की लेकर पीएम मोदी की घोषणा
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा 370 से अधिक सीटें और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 400 से अधिक सीटें जीतेगी, महाराष्ट्र भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है और उसने 45 से अधिक का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. इसके अलावा 48 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 30 पर अपना अधिकार जता रही है. सूत्रों ने कहा कि संभावना है कि शिवसेना का शिंदे गुट अजित पवार की एनसीपी की तुलना में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगा.
भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजित पवार) के साथ सभी 48 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और 45 से अधिक सीटें जीतेगी. हम एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं. लोकसभा एक सामूहिक जिम्मेदारी है. जहां भी मुद्दे हैं, उन्हें चर्चा के माध्यम से हल किया जाएगा, ये बात बावनकुले ने कही है.
इस बीच, सोमवार देर रात छत्रपति संभाजीनगर पहुंचे शाह मंगलवार को अकोला में हैं. शाह, फड़णवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले और स्थानीय नेताओं के विदर्भ की 10 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव पूर्व तैयारियों की समीक्षा करने की उम्मीद है. उम्मीद है कि शाह अमरावती और बुलढाणा जैसी कुछ सीटों पर शुरुआती समस्याओं का भी समाधान करेंगे, जहां भाजपा गठबंधन सहयोगी शिव सेना (शिंदे गुट) के साथ एक-दूसरे को मात देने की लड़ाई में फंसी हुई है.