अदाणी समूह (Adani Group) जो एयरपोर्ट से लेकर कंज्यूमर प्रोडक्ट्स तक विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति रखता है, अब अपने विस्तार की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है. समूह का इरादा अब रक्षा क्षेत्र और विमानन सेवाओं पर केंद्रित करने का है, जिसमें विमान रखरखाव, मरम्मत, और ओवरहॉल (MRO) सेवाओं पर ध्यान दिया जाएगा. इस दिशा में संभावनाओं की तलाश के लिए अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कनाडा की बॉम्बार्डियर इंक के CEO एरिक मार्टेल से मुलाकात की है.
बॉम्बार्डियर के साथ साझेदारी की तैयारी
बॉम्बार्डियर, जो भारत के ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर में पहले से ही महत्वपूर्ण निवेश कर चुकी है, अब भारतीय एविएशन और डिफेंस बाजार में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है. कंपनी की नजर भारत के तेजी से बढ़ते विमानन बाजार पर है, और इसके लिए वह अदाणी समूह के साथ साझेदारी की संभावनाओं पर विमर्श कर रही है. दोनों कंपनियों की ओर से जल्द ही इस संबंध में विस्तार से घोषणा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
एविएशन सेक्टर में अदाणी की दिलचस्पी
भारत को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजार के रूप में देखा जा रहा है. बॉम्बार्डियर के CEO एरिक मार्टेल और गौतम अदाणी की हालिया मुलाकात इस बात का संकेत है कि अदाणी समूह भी इस उभरते हुए बाजार का लाभ उठाना चाहता है. अनुमान है कि वर्ष 2027 तक भारत का एविएशन उद्योग दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उद्योग बन जाएगा. भारत में विमान सेवाओं और उनके रखरखाव के लिए लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए, अदाणी समूह अब इस क्षेत्र में संभावनाओं को खंगाल रहा है.
विमानन क्षेत्र की मांग और संभावनाएं
अगर विमानों की बात की जाए तो भारतीय एयरलाइंस कंपनियों ने लगभग 1500 नए विमानों का ऑर्डर दिया है. इसके अलावा, वर्ष 2042 तक भारत को 2200 अतिरिक्त यात्री विमानों की आवश्यकता होगी. इतनी बड़ी संख्या में विमानों की मांग को देखते हुए अदाणी समूह यात्री और रक्षा विमान निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने की योजना बना रहा है.
भारतीय डिफेंस सेक्टर में अवसर
भारत का डिफेंस सेक्टर भी तेजी से विकास कर रहा है, और यह क्षेत्र विदेशी कंपनियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है. भारत में “मेक इन इंडिया” कार्यक्रम के तहत रक्षा उपकरणों और विमान निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जा रहा है. अदाणी समूह इसी कड़ी में बॉम्बार्डियर के साथ मिलकर रक्षा क्षेत्र में प्रवेश करने के अवसरों की तलाश कर रहा है. इस संभावित साझेदारी के माध्यम से भारत में रक्षा उपकरणों के निर्माण को और अधिक सशक्त किया जा सकता है.
भविष्य की योजनाएं
अदाणी समूह की डिफेंस और एविएशन सेक्टर में एंट्री भारत के उद्योग और सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. बॉम्बार्डियर के साथ इस संभावित साझेदारी से न केवल भारतीय विमानन और रक्षा उद्योग को नई दिशा मिलेगी, बल्कि इससे भारत के वैश्विक विमानन और डिफेंस बाजार में भी स्थान और मजबूत हो सकता है. जल्द ही इस साझेदारी को लेकर विस्तृत घोषणा की उम्मीद है, जो भारतीय विमानन और रक्षा क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.