तमिलनाडु के एक मंदिर से चोरी हुई भगवान हनुमान की करीब 500 साल पुरानी मूर्ति ऑस्ट्रेलिया ने भारत को लौटा दी है. इसे ऑस्ट्रेलिया में स्थित भारतीय दूतावास को सौंप दिया गया। . इस मू्र्ति में भगवान हनुमान हाथ जोड़े नजर आ रहे हैं। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री किशन रेड्डी ने मूर्ति की वापसी पर एक ट्वीट कर जानकारी दी है।
ऑस्ट्रेलिया से वापस आई मूर्ति।
भारत सरकार के सहयोग से हनुमान की यह मूर्ति ऑस्ट्रेलिया से वापस लाई गई है. केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक ऐतिहासिक महत्व वाली भगवान हनुमान की यह मूर्ति 14वीं-15वीं शताब्दी की है. चोल काल से संबंधित इस मूर्ति को भारत लाने के बाद इसे तमिलनाडु के सुपुर्द किया गया है।
ट्वीट कर दी जानकारी।
विकास मंत्री ने ट्वीट कर कहा की भारत सरकार देश की सभी बेशकीमती चीजों को वापस लाने की दिशा में काम कर रही है. ये चीजें वही हैं जो अवैध वजहों से देश के बाहर पहुंच गई हैं लेकिन देश की अमूल्य धरोहरों में इनकी गिनती होती है।
तमिलनाडु के मंदिर की है यह मूर्ति।
मूर्ति तमिलनाडु के अरियालुर जिले के पोट्टावेली वेल्लुर क्षेत्र में एक विष्णु मंदिर, श्री वरथराजा पेरुमल से चोरी हो गई थी. यह 1961 में तब के पांडिचेरी फ्रांसीसी संस्थान द्वारा डॉक्यूमेंटेड किया गया था. मूर्ति को फरवरी के अंतिम सप्ताह में भारत वापस कर दिया गया था और 18 अप्रैल को केस प्रॉपर्टी के रूप तमिलनाडु आइडल विंग को सौंप दिया गया था।
14वीं-15वीं शताब्दी की है यह मूर्ति।
भारत सरकार के सहयोग से हनुमान की यह मूर्ति ऑस्ट्रेलिया से वापस लाई गई है. केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक ऐतिहासिक महत्व वाली भगवान हनुमान की यह मूर्ति 14वीं-15वीं शताब्दी की है. चोल काल से संबंधित इस मूर्ति को भारत लाने के बाद इसे तमिलनाडु के सुपुर्द किया गया है।