छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘मोर मकान, मोर आस’योजना प्रारंभ की थी इस योजना का लाभ पूर्व में कई परिवारों को मिला उन्हें भवन आवंटित कर दिया गया है. यह सभी अब अपने पक्के मकान में रह रहे है. इस योजना का लाभ मिलने से कई गरीब परिवारों के पास अपना पक्का मकान है. नगर निगम के द्वारा पूर्व में जारी किए गए विज्ञापन को देख कर 545 लोगों ने ‘मोर मकान, मोर आस’ के लिए आवेदन किए थे. इसमें से 138 लोगों को मकान आवंटित कर दिया गया है.
इसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक आवास योजना निकाली थी जिसमें करोड़ों बेघर लोगों को अपना खुद का घर दिया था ।उस योजना का नाम था “प्रधानमंत्री आवास योजना” जन जन तक पहुंचाने वाली ह योजना में सरकारों की अफसरों की और कई लोगों की अहम भूमिका रही
तो अब आपको बता दें कि, नगर निगम के द्वारा ‘मोर मकान, मोर आस’ योजना के तहत अलग-अलग क्षेत्र में पीएम आवास बनाए गए हैं. स्लम और गैर स्लम क्षेत्र में किराये के मकान में रहने वाले लोगों को 325 वर्ग फीट कार्पेट एरिया में दो कमरे का फ्लैट मात्र 3.25 लाख रुपये में आवंटित किया जाता है. इस संबंध में नगर निगम के अपर आयुक्त खजांची कुम्हार ने बताया कि खरमोर में 2,784 मकान बनाए जा रहे हैं. जल्द ही निगम के द्वारा लोगों के लिए आवदेन जमा करने का विज्ञापन जारी किया जाएगा.
कौन हैं पात्र और क्या है जरूरी दस्तवेज।
मोर मकान, मोर आस’ योजना के तहत मकान लेने वालों को अपने संबंधित जिले का अगस्त 2015 के पूर्व का निवासी होना होगा. साथ ही, आवदेन करने वालों की आय तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. आवेदक के नाम से भारत में कहीं भी पक्का मकान नहीं होना चाहिए.
बात करें दस्तावेज की तो राशन कार्ड, आधार कार्ड और किराएदार होने का एक शपथ पत्र कोर्ट से बनवाना होगा.