गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में बुनियादी ढांचे का विकास
गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में इन दिनों बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है, जिसका सकारात्मक असर रियल एस्टेट सेक्टर पर भी देखने को मिल रहा है. इन क्षेत्रों में रेडी-टू-मूव हाउसिंग यूनिट्स की मांग में तेजी आई है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इसका मुख्य कारण बजट में सुधार, फ्लेक्सी पेमेंट प्लान, और बेहतर निर्माण तकनीकों का उपयोग है. इसके अलावा, नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, मेट्रो कॉरिडोर का विस्तार, और रेलवे नेटवर्क के विकास ने इन स्थानों को एक बड़े निवेश केंद्र के रूप में उभारा है.
अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स की मांग में वृद्धि
रियल एस्टेट सेक्टर में रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टीज की बढ़ती मांग के साथ-साथ निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स की मांग में भी काफी उछाल देखा जा रहा है. रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टीज के मुकाबले निर्माणाधीन प्रॉपर्टीज अधिक किफायती होती हैं, जिससे लोग इन्हें प्राथमिकता दे रहे हैं. फ्लेक्सी पेमेंट प्लान और प्रोजेक्ट्स पर सख्त निगरानी से भी खरीदारों का विश्वास बढ़ा है.
विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय निवेशकों और घरेलू खरीदारों के बीच निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स को लेकर काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. इसके पीछे बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास और नई निर्माण तकनीकों का इस्तेमाल मुख्य कारण हैं.
नोएडा-गाजियाबाद में बुनियादी ढांचे की योजनाएं
गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में हो रहे बुनियादी ढांचे के विकास से इन क्षेत्रों की संपत्ति में काफी उछाल आया है. नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास, मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, रैपिड रेल संचालन, राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के जुड़ाव ने इन स्थानों को निवेश के लिहाज से प्रमुख बना दिया है. यहां घरेलू और बहुराष्ट्रीय कंपनियां निवेश कर रही हैं, जिससे क्षेत्र में रोजगार और विकास की नई संभावनाएं बढ़ रही हैं.
विशेषज्ञों की राय
निराला वर्ल्ड के सीएमडी श्री सुरेश गर्ग ने बताया कि उनकी कंपनी ने उन्नत निर्माण तकनीकों को अपनाकर प्रोजेक्ट्स के अगले चरणों को समय से पहले पूरा किया है. निर्माण की गुणवत्ता और तेज गति से काम करने के कारण उन्हें खरीदारों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिसकी वजह से उनकी बिक्री संख्या में भी तेजी आई है.
वहीं, इरोज ग्रुप के निदेशक अवनीश सूद ने बताया कि उनके नए प्रोजेक्ट संपूर्णम 3 को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी शुरुआत से ही सभी अधिकारिक दिशानिर्देशों का पालन कर रही है और इसका सकारात्मक प्रभाव उनकी प्रॉपर्टीज पर पड़ा है.
निष्कर्ष
फेस्टिव सीजन से पहले रियल एस्टेट सेक्टर में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स और रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टीज की मांग में तेजी से वृद्धि हो रही है. बुनियादी ढांचे के विकास, फ्लेक्सी पेमेंट प्लान और प्रोजेक्ट्स की सख्त निगरानी ने खरीदारों के बीच विश्वास बढ़ाया है. विशेष रूप से गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स ने इन क्षेत्रों को प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में स्थापित किया है.