भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में बैंक लॉकरों के उपयोग के संबंध में नई गाइडलाइन्स जारी की हैं. यदि आपके पास बैंक लॉकर है या आप एक नया लॉकर खोलने का विचार कर रहे हैं, तो इन नए नियमों के बारे में जानकारी रखना आपके लिए महत्वपूर्ण है. बैंक लॉकर अक्सर महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों और आभूषणों को सुरक्षित रखने के लिए उपयोग में आते हैं, और इनकी सुरक्षा से जुड़े नियम आरबीआई द्वारा निर्धारित किए जाते हैं.
नई गाइडलाइन्स की जानकारी
आरबीआई द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन्स के अनुसार, बैंक लॉकर का रिन्यूअल प्रोसेस बदल गया है. अब आपको अपने लॉकर के लिए 31 दिसंबर 2024 तक एक रिवाइज्ड एग्रीमेंट पर साइन करके बैंक में जमा करना होगा. इस एग्रीमेंट पर ग्राहक और बैंक दोनों के साइन होते हैं, जो लॉकर की उपयोगिता और उसकी शर्तों को स्पष्ट करते हैं.
बैंक लॉकर खोलने की शर्तें
कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि बैंक लॉकर किसे मिल सकता है. आरबीआई के अनुसार, बैंक लॉकर केवल उन खाताधारकों को उपलब्ध होते हैं जिनके पास बैंक में एक सक्रिय सेविंग अकाउंट (Savings Account) या करंट अकाउंट (Current Account) होता है. यदि आप बैंक लॉकर खोलना चाहते हैं, तो आपको पैन कार्ड (PAN card) या आधार कार्ड (Aadhaar card) की जरूरत होगी, इसके साथ ही एक एड्रेस प्रूफ भी देना होता है.
लॉकर से जुड़ी अन्य बातें
बैंक लॉकर के लिए एक एग्रीमेंट की आवश्यकता होती है, जिसे ग्राहक और बैंक दोनों को साइन करना होता है. लॉकर का साइज ग्राहक द्वारा तय किया जाता है, और ये लॉकर सिंगल-टायर्ड या मल्टी-टायर्ड हो सकते हैं. लॉकर के ओपन होने पर बैंक ग्राहक को एक स्पेसिफिक नंबर की चाबी प्रदान करता है, जबकि बैंक अपने पास मास्टर चाबी (Master Key) रखता है.
लॉकर पर लगने वाले किराए का निर्धारण लॉकर के साइज और बैंक की लोकेशन पर निर्भर करता है. लॉकर को खोलने के साथ ही बैंक ग्राहक से एक सिक्योरिटी डिपॉजिट लेता है, जो कि एक फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) या कैश अमाउंट हो सकता है.
निष्कर्ष
बैंक लॉकरों के नए नियम और गाइडलाइन्स के अनुसार, यदि आप वर्तमान में लॉकर का उपयोग कर रहे हैं या नया लॉकर खोलने की योजना बना रहे हैं, तो आपको 31 दिसंबर 2024 तक नए एग्रीमेंट पर साइन करना होगा. इसके अलावा, लॉकर खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स और नियमों के बारे में पूरी जानकारी होना भी जरूरी है. इन नए नियमों के माध्यम से आरबीआई ने लॉकर उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था को और भी पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने का प्रयास किया है.