Kolkata murder case में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बयान
Kolkata murder case में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार कोई बयान दिया है।अपने बयान में मुर्मू ने कहा कि ‘बस अब बहुत हो गया मै निराश और भयभीत हूँ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं के साथ होने वाले अपराध को लेकर कहा कि बेटियों के खिलाफ ऐसे अपराध मंजूर नहीं हैं. ऐसा पहली बार हुआ है, जब राष्ट्रपति ने Kolkata murder rape case की इस घटना पर अपना बयान दिया है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल में 31 साल की डॉक्टर से रेप और बलात्कार मामले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बयान आया है. उन्होंने कहा कि अब बहुत हो गया है. वह इस पूरी घटना से निराश और भयभीत हैं.उन्होंने देश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर बात की ,उन्होंने कहा कि कोई भी सभ्य समाज बेटियों और बहनों के साथ हो रहे इस तरह के अत्याचार को बर्दाश्त नहीं कर सकता है.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 अगस्त को ‘विमेंस सेफ्टी: इनफ इज इनफ’ नाम के एक आर्टिकल को लेकर PTI के एडिटर्स से चर्चा में ये बात कही।
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जब स्टूडेंट्स, डॉक्टर्स और नागरिक कोलकाता में प्रोटेस्ट कर रहे थे, तो अपराधी दूसरी जगहों पर शिकार खोज रहे थे। विक्टिम में किंडरगार्टन की बच्चियां तक शामिल थीं। समाज को ईमानदारी, निष्पक्षता के साथ आत्म-विश्लेषण करने की आवश्यकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि लोगों को खुद से कुछ कठिन सवाल पूछने होंगे। अक्सर घृणित मानसिकता वाले लोग महिलाओं को अपने से कम समझते हैं। वे महिलाओं को कम शक्तिशाली, कम सक्षम, कम बुद्धिमान के रूप में देखते हैं।
द्रौपदी मुर्मू ने कहा- निर्भया कांड के बाद 12 सालों में रेप की अनगिनत घटनाओं को समाज ने भुला दिया है। समाज की भूलने की यह सामूहिक आदत घृणित है। इतिहास का सामना करने से डरने वाला समाज ही चीजों को भूलने का सहारा लेता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत अपने इतिहास का पूरी तरह से सामना करे। हमें जरूरत है कि इस विकृति का सब मिलकर सामना करें ताकि इसे शुरुआत में ही खत्म कर दिया जाए।
कोलकाता रेप एंड मर्डर केस
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल के सेमिनार हॉल से नौ अगस्त को 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव मिला था. उसके शरीर से कपड़े गायब थे. खून बह रहा था. शरीर में चोटों के निशान थे. इस घटना के बाद से डॉक्टर्स में नाराजगी बढ़ गई थी वे अपने सुरक्षा को लेकर चिंतित थे,और वे हड़ताल पर चले गए थे. इस मामले में पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया है. हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी.इस मामले में पश्चिम बंगा के छात्र संगठन ने नबन्ना अभियान भी चलाया है।