रूस के कामचटका क्षेत्र में भूकंप का कहर
रूस के कामचटका क्षेत्र में रविवार को 7.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) ने जानकारी दी कि यह भूकंप क्षेत्र के पूर्वी तट पर आया और इसका केंद्र 51 किमी (32 मील) की गहराई पर था. इस भूकंप ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया, वहीं इससे जुड़े और भी घटनाक्रम सामने आए हैं.
शिवलुच ज्वालामुखी का विस्फोट
भूकंप के तुरंत बाद, कामचटका क्षेत्र में स्थित रूस के प्रसिद्ध शिवलुच ज्वालामुखी में अचानक विस्फोट हो गया. राज्य के स्वामित्व वाली टीएएसएस समाचार एजेंसी ने रूसी विज्ञान अकादमी की सुदूर पूर्वी शाखा के ज्वालामुखी और भूकंप विज्ञान संस्थान का हवाला देते हुए बताया कि शिवलुच ज्वालामुखी ने राख और लावा उगलना शुरू कर दिया है. वैज्ञानिकों के अनुसार, इस विस्फोट के कारण राख का गुबार समुद्र तल से आठ किलोमीटर ऊपर तक उठ गया, जिससे आस-पास के क्षेत्रों में खतरे की स्थिति बन गई है.
सुनामी की चेतावनी
भूकंप के बाद अमेरिकी राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्र ने सुनामी के खतरे की संभावना जताई थी. लेकिन राहत की बात यह है कि रूस के आपातकालीन मंत्रालय की कामचटका शाखा ने पुष्टि की कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है। फिर भी, इस क्षेत्र में भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट के कारण लोगों में डर का माहौल बना हुआ है.
स्थानीय लोगों में दहशत
भूकंप और उसके बाद शिवलुच ज्वालामुखी के विस्फोट ने कामचटका क्षेत्र के निवासियों को गहरी चिंता में डाल दिया है. स्थानीय मीडिया ने बताया कि भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. हालाँकि, अधिकारियों ने लोगों से शांत रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. क्षेत्रीय आपातकालीन सेवाएं भी सक्रिय हो गई हैं और स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
शिवलुच ज्वालामुखी का इतिहास
शिवलुच ज्वालामुखी रूस के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है और इसका इतिहास विस्फोटों से भरा हुआ है. यह ज्वालामुखी कामचटका प्रायद्वीप में स्थित है और अक्सर विस्फोट करता रहता है, जिससे इस क्षेत्र में बार-बार संकट की स्थिति उत्पन्न होती है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार का विस्फोट भी काफी गंभीर है और इससे निकलने वाली राख और लावा का प्रवाह दूर-दूर तक फैल सकता है.
क्षेत्रीय सुरक्षा और राहत कार्य
भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट के बाद, स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है. राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमों को तैनात किया गया है और प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है. अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें.
निष्कर्ष
रूस के कामचटका क्षेत्र में आए 7.2 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद शिवलुच ज्वालामुखी के विस्फोट ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है. हालांकि, सुनामी का खतरा टल गया है, लेकिन ज्वालामुखी से निकलने वाली राख और लावा ने इलाके में संकट की स्थिति पैदा कर दी है. स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं.