भारत ने चीन से 20 लाख टन यूरिया खरीदा है. यह खरीद भारत सरकार द्वारा किसानों को यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए की गई है.अनुप्रिया पटेल, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री, ने कहा है कि सरकार मांग और उत्पादन के बीच की खाई को पाटने के लिए यूरिया आयात करती है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार ने घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए पुराने संयंत्रों को पुनर्जीवित करने और नए संयंत्र स्थापित करने जैसे कदम उठाए हैं. इसके अलावा, उन्होंने किसानों के लिए उर्वरकों की कीमतों को सस्ता बनाने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला, जिसमें पोषक तत्व आधारित सब्सिडी नीति लागू करना और वैश्विक कीमतों पर नजर रखना शामिल है.
आपको बता दें कि वित्तीय वर्ष 2023 24 में भारत ने 2.6 बिलियन डॉलर यानी 21 हजार 827 करोड़ का 70.4 लाख टन यूरिया का आयात किया उसके पिछले वित्तीय वर्ष 106.5 पी और के उर्वरकों को का आयात किया था.मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा जहां तक पीएम के उर्वरकों की बात है वे ग्रेड एनबीएस के तहत ओ जी एल के अंतर्गत आते है जिन्हे कंपनियां व्यवसायिक रूप से व्यवहार्य शर्तों पर मांगती है.
पिछले वित्तीय वर्ष में, भारत ने 75.8 लाख टन यूरिया आयात किया था. यह आयात 2021-22 में आयात किए गए 91.36 लाख टन से कम है.
शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में कहा “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक वरदान है. इस योजना के तहत, किसानों को उनकी फसलों के नुकसान की भरपाई की जाती है. इस योजना से अब तक 4 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं.”
उन्होंने आगे कहा:”इस योजना के तहत, किसानों को उनकी फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए 1.64 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि प्रीमियम के रूप में केवल 32,440 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है.”शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि अब से भागीदार किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे और बीमा कंपनियों को देरी से दावा भुगतान करने पर 12% का जुर्माना देना होगा.