संसद के सत्र के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर उनके लंदन में दिए गये बयान पर निशाना साधा है. स्मृति ईरानी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया जिसका इतिहास भारत को गुलाम बनाने का रहा है.
न्होंने कहा, “उन्होंने एक ऐसे देश का दौरा करके विदेशी शक्तियों का आह्वान किया, जिसका इतिहास भारत को गुलाम बनाने का रहा है। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को तहस-नहस करते हुए राहुल गांधी ने खेद जताया कि विदेशी ताकतें आकर भारत पर हमला क्यों नहीं करतीं।
राहुल गांधी को देश की संसद से माफी मांगनी चाहिए – स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, मैं राहुल गांधी से सवाल पूछना चाहती हूं, आपने विदेश में जाकर कहा था कि देश में उनको किसी विश्वविद्यालय में बोलने का अधिकार नहीं है, अगर ऐसा है तो 2016 में दिल्ली के एक विश्वविद्यालय में भारत तेरे टूकड़े होंगे का नारा लगने के समय वह वहां क्यों गये थे. उन्होंने वहां जाकर किसका समर्थन किया था. और वह क्या था?
स्मृति ईरानी ने कहा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को देश की संसद से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने विदेश जाकर, देश और उसकी संस्थाओं को अपमानित करने का काम किया है. राहुल, मोदी विरोध में देश विरोधी हो गये और लंदन में वह लोकतंत्र का अपमान कर बैठे. स्मृति ईरानी ने कहा, राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर आह्वान किया है जिनका भारत को गुलाम बनाने का इतिहास रहा है।
राहुल गाँधी के बयान के बाद संसद में हंगामा।
संसद में आज बजट सत्र के दूसरे चरण के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा हो गया. लोकसभा और राज्यसभा, संसद के दोनों ही सदनों में बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी माफी मांगो के नारे लगाना शुरू कर दिया.लोकसभा में हंगामे के कारण कार्यवाही 5 मिनट ही चल पाई. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई. इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया और कहा कि तख्तियां लहराने और नारेबाजी करने का अधिकार आपको संसद के बाहर है. संसद में ये परंपरा ठीक नहीं है. उन्होंने सदस्यों को ये नसीहत भी दी कि सदन को लेकर बाहर कुछ भी बोलना ठीक नहीं.