नई दिल्ली: ‘विकसित भारत 2047’ के लिए एक विज़न दस्तावेज़ रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके मंत्रि परिषद के साथ 12 घंटे लंबी बैठक के मुख्य आकर्षणों में से एक था. बैठक के दौरान, उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने पर दस्तावेज़ और अगले पांच वर्षों के लिए एक विस्तृत कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया.
आपको बता दें इस बैठक के दौरान, मई में नई सरकार बनने के बाद ‘विकसित भारत 2047’ योजना के त्वरित कार्यान्वयन के लिए उठाए जाने वाले तत्काल कदमों के 100-दिवसीय एजेंडे पर विचार-विमर्श किया गया. प्रधान मंत्री ने बैठक में अपने मंत्रियों से पूरी ताकत लगाने और आगामी लोकसभा चुनाव जीतने के लिए कहा.
क्या है “VIKSIT BHARAT 2047” PLAN?
100 साल बाद स्वतंत्र राष्ट्र बनने के बाद भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से पीएम मोदी ने कई मौकों पर ‘विकित भारत’ का जिक्र किया है. ‘विकित भारत’ का रोडमैप दो साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है और इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों के साथ व्यापक परामर्श से युक्त संपूर्ण सरकार दृष्टिकोण शामिल है. नागरिक समाज, वैज्ञानिक संगठन, उद्योग निकाय और इनपुट के लिए युवाओं को संगठित करना ही इसका उद्देश है.
इसका लक्ष्य भारत की आर्थिक वृद्धि, जीवनयापन में आसानी, व्यापार करने में आसानी, सामाजिक कल्याण, बुनियादी ढांचा और सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) हैं. एक अधिकारी ने कहा, विभिन्न स्तरों पर 2,700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए. 20 लाख से अधिक युवाओं के सुझाव इसमें प्राप्त हुए.
पीएम मोदी ने पहले अपने कैबिनेट मंत्रियों से नई सरकार के लिए कार्रवाई योग्य, मापने योग्य और स्पष्ट रूप से परिभाषित योजनाएं लाने के लिए कहा था. अपनी ‘विकसित भारत’ योजना को आगे बढ़ाने के लिए, बैठक से पहले, पीएम मोदी ने एक्स पर घोषणा की कि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को ‘पार्टी फंड’ के रूप में 2000 रुपये का दान दिया.