Oil Import Duties: आपको बतादें, कि तेल हमारे लिए एक जरूरत है. जिसमें खाना बनाया जाता है. ऐसे में ये हमारे आम जीवन की बेसिक नीडस् में आता है. वहीं आपको बतादें, कि इसकी कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी ना होने पाए. इसके लिए सरकार को इसके आयात शुल्क में कटौती करनी होती है. इसके साथ ही आपको बतादें, कि आने वाले साल 2024 में तेल के दामों में जा आयात शुल्क सरकार की तरफ से लगाया जाता है. उसकी अवधि् खत्म होने वाली थी. जिसे अब बढ़ाकर के साल 2025 तक कर दिया गया है. जिससे कि आम लोगों को तेल खरीदने में परेशानियों का सामना ना करना पड़े. रिपोर्ट से ये मालूम हुआ है, कि अब इस तेल के लिए जो इंपोर्ट ड्यूटी सरकार की तरफ से लगाई जाती थी. उसकी अवधि को बढ़ाकर के साल 2025 तक कर दिया गया है. वहीं आपको बतादें, कि क्रूड ऑइल, सोया ऑइल, क्रूड सनफ्लावर ऑइल को विदेशों से साल 2025 तक आसानी से मंगवाया जा सकता है. इसके साथ ही रिपोर्ट से ये पता चला है, कि इस तेल पर लगाई जानें वाली इंपोर्ट ड्यूटी को अब घटाकर के 12.5 फीसदी तक का कर दिया गया है. जिसमें कि पहले ये शुल्क 17.5 फीसदी तक का हुआ करता था.
आपको बतादें, कि इस शुल्क को कम करने से बहुत सी कंपनियों को फायदा मिलता है. वहीं घरेलू स्तर पर भी काफी असर देखनें को मिलता है. जिसमें अब तेल की कीमतें घरेलू स्तर पर भी कम होने वाली है. बतादें, कि भारत में वेजिटेबल आॅयल आयात के मामलों में दुनिया में पहले नंबर पर आता है. लेकिन इसके अलावा खपत के मामलात में ये तेल दुनिया में दूसरे नंबर पर गिना जाता है.एक रिपोर्ट से ये सामने आया था, कि इस तेल का तकरीबन 60 प्रतिशत हिस्सा विदेशों में आयात किया जाता है.