बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को बूढ़ा और जासूस बताए जाने पर सियासत गरमाने लगी है। कांग्रेस नेता सैयद जाफर ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कैलाश विजयवर्गीय को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि आपके इस बयान से बुजुर्गों का अपमान हुआ है ऐसी अशोभनीय टिप्पणी पर हम भी संस्कार भूल जाएंगे।
कांग्रेस के दो जासूस बोलूं.. बुढऊ बोलूं.. क्या बोलूं, घूम रहे हैं.. 75-75 साल की उम्र है.. वो जब चलते हैं, खाली चाल ही देख लो आप.. कमलनाथ जी जब चलें तो उसका एक वीडियो निकाल लेना और शिवराज जी चलें तो उसका वीडियो निकाल लेना.. स्पीड से पता लग जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी कितनी तेज है।
कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता सैयद जाफर ने खिला- कैलाश जी आज पार्टी के बड़े नेताओं के बीच अपने किस भाषा का इस्तेमाल किया। यह सिर्फ कमलनाथ जी की बात नहीं है। यह के समूचे बुजुर्ग वर्ग का अपमान है। आपकी पार्टी ने अपने वरिष्ठ बुजुर्ग नेताओं की क्या स्थिति कर रखी है। किसी से छुपा नहीं है। बीजेपी चाल-चरित्र-चेहरे और संस्कारों की बात करती है। संघ से आप संस्कारों की शिक्षा लेते हैं क्या यही शिक्षा लेते हैं क्या? आपके बेटे को भी आपने क्या संस्कार दिए हैं यह सब जानते हैं कैसे बैट बल्ला चलाता है वह, खबरदार जो आपने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ आगे से ऐसी टिप्पणी की तो हम भी संस्कार भूल जाएंगे और ऐसी अशोभनीय टिप्पणी के लिए आप को करारा जवाब देंगे
महिला कांग्रेस ने कहा- फेस योगा करिए, आराम मिलेगा।
महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष नूरी खान ने शनिवार सुबह 8.44 बजे विजयवर्गीय के फोटो के साथ ट्वीट में लिखा- उम्र होने पर भी दोनों (दिग्विजय और कमलनाथ) के चेहरे पर गजब की रौनक है, लेकिन कैलाश जी आप जो खुद को जवान समझ रहे हो, कभी आईना गौर से देखना। आपका चेहरा पशुतुल्य हो गया है और मुझे ये भी बताने की जरूरत नहीं है कि मैंने आपकी तुलना कौन से पशु से की है, तस्वीर में साफ दिख रहा। जरा फेस योगा करिए, आराम मिलेगा।
पूर्व मंत्री सज्जन ने विजयवर्गीय का चेहरा रावण और पकौड़े जैसा बताया था।
तीन साल पहले सांवेर में विधानसभा उपचुनाव की एक एक सभा में कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू-मुन्नू कहा था। इसका जवाब पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सांवेर में ही एक चुनावी सभा में दिया था। उन्होंने कहा था- सुनो कैलाश तुम्हारी औकात कितनी है। अपनों से बड़ों पर मुंह उठाकर थूकोगे तो थूक तुम्हारे ऊपर ही गिरेगा। अब अपनी कहानी मुझ से सुन लो। भूल गए जब साड़ी पहन के बाल बड़े-बड़े करके, नाक में नथुनी पहनकर, हाथ में चूड़ी पहनकर तंत्र-मंत्र करते थे। बाल बड़े कर लिए, चोटी गूंथ ली… अरे पाखंडी।
मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे थे। अब भाजपा ने उठाकर कहां (पश्चिम बंगाल) फेंक दिया। वहां जाकर जादू करो, लेकिन वहां उससे बड़ी जादूगरनी ममता बनर्जी बैठी हुई हैं। दशहरा जैसे-जैसे पास आता है इसका चेहरा रावण जैसा होने लगता है। मैंने बहुत पास से इसे देखा है। आंखें छोटी-छोटी… नाक पकौड़ा जैसी हो जाती है।