दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की सख्ती के चलते राजधानी में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई हो रही है. पिछले दो हफ्तों में 6,000 से अधिक वाहनों का चालान काटा गया है, और 1,500 से अधिक वाहन जब्त किए गए हैं. इस सख्ती का सबसे बड़ा प्रभाव अवैध पार्किंग पर देखा जा रहा है, जहां अधिकांश चालान जारी किए गए हैं.
अवैध पार्किंग और नियम उल्लंघन पर मुख्य कार्रवाई
दिल्ली के यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को उपराज्यपाल द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद, शहर में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. 5 अगस्त से शुरू हुए इस अभियान के दौरान अवैध पार्किंग, ओवरलोडिंग, और बिना पंजीकरण प्लेट के चलने वाले वाहनों पर विशेष ध्यान दिया गया है.
परिवहन विभाग के अनुसार, 5 अगस्त से 17 अगस्त के बीच 1,512 वाहनों को जब्त किया गया, जिनमें से 424 प्राइवेट बसें थीं, जो परमिट नियमों का उल्लंघन कर रही थीं. इसके अलावा, 500 अवैध ई-रिक्शे और 174 रजिस्टर्ड ई-रिक्शे, जो गलत दिशा में चल रहे थे या क्षमता से अधिक सवारियां ले जा रहे थे, भी जब्त किए गए.
बड़े वाहनों और ट्रकों पर भी सख्ती
ओवरलोडिंग कर रहे व्यावसायिक वाहनों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है. इस अभियान के तहत 123 बड़े ट्रकों और 291 टेंपो को जब्त किया गया है. इसके अलावा, बिना पीयूसी (प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र) के चल रहे 596 वाहनों के भी चालान काटे गए हैं.
विशेष रूप से बसों की लेन ड्राइविंग सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख सड़कों पर टीमें तैनात की गई थीं, जिन्होंने डीटीसी और क्लस्टर स्कीम की 90 बसों के चालान काटे. इसमें 37 डीटीसी बसें और 53 क्लस्टर स्कीम बसें शामिल थीं.
भ्रष्टाचार के आरोप और उपराज्यपाल की सख्ती
हालांकि, इस सख्ती के बीच कुछ प्रवर्तन कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार और अवैध उगाही के आरोप भी लगे हैं. दूसरी राज्यों की बसों के संचालकों का आरोप है कि विभाग की टीमें उनके सभी दस्तावेज सही होने के बावजूद बसों को रोककर तरह-तरह से परेशान कर रही हैं, और उगाही की रकम पहले से अधिक बढ़ गई है.
उपराज्यपाल ने परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को त्वरित और दूरगामी परिणाम वाले उपाय अपनाने के निर्देश दिए हैं. इसमें बिना पंजीकरण के चल रहे अवैध ई-रिक्शों, फ्लाईओवरों और मुख्य मार्गों पर रुककर सवारियां भरने वाली प्राइवेट बसों, ओवरलोडिंग वाले व्यावसायिक वाहनों, और अवैध पार्किंग में खड़े वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है.
आगे की रणनीति
यातायात से जुड़ी समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए तकनीक-आधारित उपायों पर भी जोर दिया जा रहा है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर त्वरित कार्रवाई हो, जिससे दिल्ली में यातायात व्यवस्था में सुधार हो सके.
विभाग के अनुसार, 5 से 17 अगस्त के बीच कुल 6,298 चालान काटे गए, जिनमें से 5,612 चालान केवल अवैध पार्किंग के थे. यह सख्ती आने वाले समय में भी जारी रहेगी, जिससे राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक व्यवस्था में और सुधार आने की संभावना है.