नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस साल आम चुनाव से पहले आखिरी पेशकश के रूप में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को 17 लोकसभा सीटों की पेशकश की है. सोमवार को मीडिया से बात करते हुए, अखिलेश यादव ने कहा कि वह मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में तभी शामिल होंगे, जब सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाएगा. उन्होंने कहा बातचीत चल रही है. इधर-उधर से सूचियां आ गई हैं. जैसे ही सीटों का बंटवारा हो जाएगा, समाजवादी पार्टी कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल हो जाएगी.
कांग्रेस की चाह
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस मुरादाबाद और बलिया जैसी सीटें चाहती है, जिस पर अभी चर्चा चल रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद सीट पर जीत हासिल की. मुरादाबाद में मेयर के चुनाव में कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही और कुछ हजार वोटों से हार गई. कांग्रेस भी अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए बलिया सीट चाहती है. बलिया को समाजवादी पार्टी के गढ़ों में से एक माना जाता है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को 28 सीटों की सूची दी है. इनमें से 10 सीटों पर मुस्लिम आबादी अच्छी खासी है. इस बीच, समाजवादी पार्टी ने सोमवार को लोकसभा चुनाव के लिए 11 और उम्मीदवारों की घोषणा की.
सीटों की घोषणा
पार्टी ने मुजफ्फरनगर और गाज़ीपुर जैसी महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों पर भी उम्मीदवार उतारे हैं. हरेंद्र मलिक को मुज़फ़्फ़रनगर से और गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी के भाई अफ़ज़ल अंसारी को ग़ाज़ीपुर से टिकट दिया गया है.
समाजवादी पार्टी ने शाहजहाँपुर से राजेश कश्यप, हरदोई से उषा वर्मा, मिश्रिख से रामपाल राजवंशी, मोहनलालगंज से आरके चौधरी, प्रतापगढ़ से एसपी सिंह बघेल, बहराईच से रमेश गौतम, गोंडा से श्रेया वर्मा, चंदौली से वीरेंद्र सिंह और आंवला लोक से नीरज को उम्मीदवार बनाया है. समाजवादी पार्टी ने इससे पहले 30 जनवरी को उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें 16 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे.