हवाई जहाज में बैठने से डर लग रहा था। तभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अंदर आ गए। उन्होंने पूछा कि दादा डरोगे तो नहीं। मैंने कहा- डर तो लग रहा है। मैंने आंखें मूंद ली। इसके बाद प्लेन ने उड़ान भर ली। फिर मैंने आंखें प्रयागराज जाकर ही खोली। एक घंटे में प्रयागराज पहुंच गए। दिनभर देव-दर्शन किए और शाम को गंगा आरती में शामिल हुए। सोमवार सुबह नाश्ता करके एयरपोर्ट पहुंच गए और वापस भोपाल आ गए।’
यह अनुभव है भोपाल के रोंझिया गांव के रहने वाले 80 साल के टीकाराम सेन का। बुजुर्ग टीकाराम उन 32 यात्रियों में शामिल थे, जो मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत रविवार को प्लेन से प्रयागराज के लिए रवाना हुए थे। दैनिक भास्कर ने प्लेन से तीर्थ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों से बात कर उनके अनुभव जाने।
‘पहली बार प्लेन में बैठी, बादल बहुत पास थे।
नवाब कॉलोनी भोपाल में रहने वाली 80 साल की कृष्णा चौबे ने कहा कि मैं जिंदगी में कभी हवाई जहाज में नहीं बैठी थी। पहली बार बैठी तो देखा कि बादल बहुत पास में थे। तीर्थ यात्रा का उत्साह था, कोई डर नहीं लगा।
मैं प्रयागराज से गंगाजल लेकर आया हूं।
चांदबड़ के रामप्रसाद चांडोरिया ने कहा कि 3 महीने पहले फॉर्म भरा था। जिसमें हमारा सिलेक्शन हुआ। जब सूचना मिली कि प्लेन से प्रयागराज जाना है, तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा था। मुख्यमंत्री ने शाल-श्रीफल देकर प्लेन में बैठाया और प्रयागराज रवाना किया। मैं प्रयागराज से गंगाजल लेकर आया हूं। गंगा मैया की आरती में शामिल हुआ। धरती पर लेटे हनुमानजी के दर्शन भी किए। प्लेन में पहली बार बैठा था। न घबराहट थी और न ही कोई परेशानी।
वापस भोपाल लौटे तो ढोल-ढमाकों से स्वागत।
सोमवार दोपहर सवा एक बजे इंडियो की रूटिन प्लाइट से सभी तीर्थ यात्रा भोपाल के भोजपाल एयरपोर्ट पर आए। उनके स्वागत में परिजन फूलों की मालाएं और मिठाई लेकर खड़े थे। जैसे ही वे एयरपोर्ट से बाहर निकले, ढोल-ढमाकों से एयरपोर्ट परिसर गूंज उठा। तीर्थ यात्रियों के चेहरों पर भी खुशी झलक रही थी।
जुलाई तक 25 जिलों के बुजुर्ग करेंगे तीर्थ यात्रा।
जुलाई तक प्रदेश के 25 जिलों के बुजुर्गों को प्रयागराज, शिर्डी, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर की हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा कराई जाएगी। 23 मई को आगर-मालवा जिले के तीर्थ यात्री इंदौर एयरपोर्ट से शिर्डी जाएंगे। इंदौर, आलीराजपुर, धार, राजगढ़, रायसेन, सीहोर, झाबुआ, विदिशा, आगर मालवा, बैतूल, देवास, हरदा, मंदसौर, नर्मदापुरम, नीमच, दमोह, रतलाम, शाजापुर, सागर, उज्जैन, खंडवा, बड़वानी, बुरहानपुर और खरगोन के तीर्थ यात्री भी शिर्डी, प्रयागराज, गंगासागर और मथुरा-वृंदावन की तीर्थ यात्रा प्लेन से करेंगे।