राहुल गाँधी के मोदी सरनेम पर दिए बयान से जुड़े मानहानि केस में सूरत की कोर्ट ने गुरुवार दोपहर 12.30 बजे राहुल को 2 साल की सजा सुनाई थी। लेकिन 27 मिनट बाद जमानत दे दी। सजा के 26 घंटे बाद शुक्रवार को उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई। 23 घंटे बाद शनिवार को राहुल, प्रियंका के साथ कांग्रेस ऑफिस पहुंचे और 28 मिनट मीडिया से बातचीत की।
इस दौरान उन्होंने कहा- मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके उदाहरण हम आए दिन देख रहे हैं। मैंने संसद में पीएम मोदी और अदाणी के रिश्तों को लेकर सवाल पूछा, लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया गया।
“भारत में लोकतंत्र के लिए लड़ूंगा “
राहुल ने गाँधी ने कहा, ”मैंने कई बार बोला है कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। इसके हमें रोज नए-नए उदाहरण मिल रहे हैं…मैंने संसद में सबूत दिए, अदाणी और PM मोदी के रिश्ते के बारे में बोला। अदानी को नियमों में बदलाव करके एयरपोर्ट दिए गए, इस पर मैंने संसद में बात की।” उन्होंने आगे कहा, ”मैंने अदाणी पर केवल एक सवाल पूछा था.मैं सवाल पूछना जारी रखूंगा और भारत में लोकतंत्र के लिए लड़ूंगा।”
“मोदीजी और अडाणीजी के रिश्ते का मामला है “
जब राहुल गाँधी से मोदी सरनेम वाले बयान को लेकर सवाल किया गया तो राहुल ने कहा “आप मेरी भारत जोड़ो यात्रा में मेरी कोई भी स्पीच देख लीजिए। मैं वहां कह रहा हूं कि सब समाज एक है। सबको एक साथ चलना चाहिए। भाई चारा होना चाहिए। नफरत, हिंसा नहीं होनी चाहिए। ये OBC का मामला नहीं है, ये नरेंद्र मोदीजी और अडाणीजी के रिश्ते का मामला है। 20 हजार करोड़ रुपए, जो अडाणी जी को पता नहीं कहां से मिले। उसके बारे में मैं सवाल पूछ रहा हूं। उसका जवाब चाहिए। भाजपा ध्यान को भटकाने की कोशिश करती है “
”मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं”
राहुल गाँधी ने कहा “चाहे स्टेट हो कुछ भी हो। मैं सच्चाई को देखता हूं। मुझे और किसी चीज में रुचि नहीं है। मैं सच्चाई बोलता हूं। राजनीति में यह फैशनेवल बात नहीं है। मगर ये बात मेरे खून में है। मैं और कोई रास्ता निकाल ही नहीं सकता हूं। तो ये मेरा काम है। यही मेरी तपस्या है। जीवन की तपस्या है। इसे मैं करता जाऊंगा। चाहे मुझे डिस्क्वालिफाई करें। मारें-पीटें। चाहे जेल में डालें। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। इस देश ने मुझे सबकुछ दिया है। “
राहुल का आरोप अडानी को एयरपोर्ट नियम बदल कर दिए।
राहुल ने आरोप लगाया, स्पीकर ने उनकी बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा मैंने स्पीकर को चिट्ठी लिख कर बताया कि अडानी को एयरपोर्ट नियम बदल कर दिए गये हैं लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। मैंने उनको बदले हुए नियमों की एक कॉपी भी भेजी।
राहुल ने आगे कहा, मैंने लंदन में जाकर ऐसी कोई भी बात नहीं की जिससे देश की छवि को नुकसान पहुंचता है। मैंने विदेशी ताकतों से किसी भी तरह की मदद नहीं मांगी। बावजूद इसके केंद्रीय मंत्रियों ने सदन में मुझको लेकर झूठ बोला ताकि अडानी के मुद्दे से ध्यान भटकाया जा सके।